श्रीनगर : जम्मू कश्मीर में पत्थरबाजी करने वालों के समर्थन में नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि जो लोग पत्थरबाजी कर रहे हैं उनका पर्यटन से कोई लेना-देना नहीं है, वह अपने देश के लिए लड़ रहे हैं.
फारुक अब्दुल्ला ने यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान के जवाब में कही. पीएम मोदी ने कहा था कि कश्मीर के युवकों को आतंकवाद और पर्यटन में से किसी एक को चुनना चाहिए. मोदी के इस बयान पर फारुख अब्दुल्ला ने 9 अप्रैल को श्रीनगर में होने वाले लोकसभा उपचुनावों के लिए पार्टी के प्रचार के दौरान कहा कि कश्मीर के युवक अपने देश के लिए ही लड़ रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘मैं पीएम मोदी से यह कहना चाहता हूं कि पर्यटन कश्मीर की जिंदगी है और इसमें कोई शक की बात नहीं है लेकिन पत्थरबाजी करने वालों का पर्यटन से कोई लेना-देना नहीं है, वह लोग जो कुछ भी कर रहे हैं अपने देश के लिए कर रहे हैं और हमें यह बात समझनी चाहिए.’
फारुख अब्दुल्ला ने भारत और पाकिस्तान के रिश्तों पर कहा कि अगर दोनों देश मिलकर कश्मीर के मुद्दे को नहीं सुलझा पाए तो अमेरिका को बीच में आना चाहिए, अमेरिका को बीच में आकर समझौता करना चाहिए.
वहीं ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने फारुख अब्दुल्ला के अमेरिका को समझौता कराने वाले बयान की आलोचना की है. ओवैसी ने कहा है कि फारुख को चुनाव लड़ना है इसलिए वह ऐसी बातें कर रहे हैं. एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा कि जब फारुख के बेटे उमर अब्दुल्ला सीएम थे तब 100 लोगों की मौत हुई थी, तब कुछ नहीं किया गया.