लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहली कैबिनेट बैठक खत्म हो चुकी है. शाम पांच बजे से शुरू हुई ये बैठक करीब डेढ़ घंटे तक चली. इस बैठक में मुख्यमंत्री के अलावा दो उप मुख्यमंत्री और कुल 22 मंत्रियों ने हिस्सा लिया था.
रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बैठक में किसानों के कर्जमाफी को लेकर बड़े फैसले लिेए गए हैं. योगी सरकार ने किसानों को बड़ा तोहफा देते हुए 1 लाख रुपए तक के कर्ज माफ करने का फैसला किया है. करीब 86 लाख किसानों का एक लाख रुपए तक का कर्ज माफ किया जाएगा, हालांकि इस फैसले से सरकार पर 36 हजार करोड़ का बोझ आ गया है.
इसके अलावा यांत्रिक बूचड़खानों पर भी योगी सरकार ने रोक लगा दी है. योगी सरकार की पहली कैबिनेट बैठक के बाद यूपी सरकार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की. इस कॉन्फ्रेंस में योगी सरकार ने कैबिनेट मीटिंग में लिए गए महत्वपूर्ण फैसलों को सबके सामने रखा.
क्या कहा योगी सरकार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में-
– यूपी में 5 हजार गेहूं खरीद केंद्र खोले जाएंगे, सरकार 80 लाख मीट्रिक टन गेंहूं खरीदेगी, समर्थन मूल्य के साथ 10 रुपए प्रति टन गेहूं मिलेगा, किसानों को बिचौलियों से मुक्ति मिलेगी.
– एंटी रोमियो दस्ते को बदनाम किया जा रहा है, प्रेमी जोड़ों को बेवजह परेशान नहीं किया जाएगा, बेवजह परेशान करनेवाले पुलिसवालों पर कार्रवाई की जाएगी.
– अवैध बूचड़खानों पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा.
– सरकार ने किसानों 30729 करोड़ का कर्ज माफ किया है. जिसमें से 5630 करोड़ का कर्ज पूरी तरह से माफ किया गया है. यूपी सरकार ने 2.15 करोड़ किसानों का कर्ज माफ किया है.
बता दें कि इस बैठक के पहले ही कहा जा रहा था कि इसमें किसानों को लेकर सरकार कई बड़े फैसले कर सकती है. मंगलवार को ही लोकसभा में योगी आदित्यनाथ ने कई कड़े फैसले लेने के संकेत दे दिए थे.
बीजेपी ने ऐलान किया था कि यूपी में सरकार बनते ही किसानों का कर्ज माफ कर दिया जाएगा. वहीं लोकसभा में कृषि मंत्री राधामोहन सिंह भी ऐलान कर चुके थे कि यूपी में बीजेपी की सरकार बनते ही किसानों का कर्ज माफ कर दिया जाएगा इसका पूरा बोझ केंद्र सरकार वहन करेगी.