आम आदमी पार्टी में जरी कलह रुकने का नाम ही नहीं ले रही है. पार्टी के यादव-भूषण धड़े के प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के कुछ ही घंटे बाद केजरीवाल गुट ने बी प्रेस कांफ्रेंस की और भूषण-योगेंद्र को झूठा बताया. पार्टी के नेताओं संजय सिंह, आशीष खेतान और आशुतोष ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके यादव और भूषण पर केजरीवाल के खिलाफ साजिश रचने और कार्यकर्ताओं से झूठ बोलने का आरोप लगाया.
नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी में जरी कलह रुकने का नाम ही नहीं ले रही है. पार्टी के यादव-भूषण धड़े के प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के कुछ ही घंटे बाद केजरीवाल गुट ने बी प्रेस कांफ्रेंस की और भूषण-योगेंद्र को झूठा बताया. पार्टी के नेताओं संजय सिंह, आशीष खेतान और आशुतोष ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके यादव और भूषण पर केजरीवाल के खिलाफ साजिश रचने और कार्यकर्ताओं से झूठ बोलने का आरोप लगाया.
संजय सिंह ने दोनों पर एक तीसरी ताकत के इशारे पर काम करने का आरोप लगाते हुए चेताया कि वे यह न बताएं कि पार्टी को क्या-क्या करना है. पार्टी से संबंधित सारे फैसले नैशनल काउंसिल में लिए जाएंगे. प्रेस कॉन्फ्रेंस में संजय सिंह ने दो कागज दिखाए जो योगेंद्र यादव के हाथ से लिखे बताए गए. इन कागजों में से एक में कुछ नेताओं के नाम लिखे हैं और दूसरे में देश और कार्यकर्ताओं के नाम एक माफीनामा.
संजय सिंह ने कहा कि इन नेताओं के नाम योगेंद्र यादव ने खुद अपने हाथ से लिखे और कहा कि इन लोगों को नैशनल काउंसल में शामिल किया जाए जबकि बाहर आकर वह कहते हैं कि सीक्रिट बैलेट से चुनाव होना चाहिए. इस कागज पर जिन नेताओं के नाम लिखे हैं उनमें पृथ्वी रेड्डी, विजय नायर, मीरा नायर, गुल पनाग, दयामणि, राघव चड्ढा और आतिशी मार्लेना के नाम शामिल हैं.
दूसरे कागज को संजय सिंह ने जनता और कार्यकर्ताओं के नाम लिखा माफीनामा बताया. इसमें लिखा था कि आम आदमी पार्टी का राष्ट्रीय नेतृत्व पिछले एक महीने की घटनाओं पर देश की जनता और कार्यकर्ताओं से माफी मांगता है. इस माफीनामे पर दोनों पक्ष के लोगों को दस्तखत करने थे. संजय सिंह ने कहा कि हमारा इन लोगों से अनुरोध कि अंदर कुछ और बाहर कुछ कहना बंद कीजिए और कार्यकर्ताओं तक गलत सूचनाएं मत पहुंचाइए.
इसके बाद आशीष खेतान ने योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण पर केजरीवाल के खिलाफ साजिश रचने और पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने का आरोप लगाया. खेतान ने कहा कि दिल्ली चुनाव के दौरान जब अरविंद के हाथ मजबूत करने थे, तब दोनों ‘आवाम’ की मदद से बीजेपी को मजबूत करने की कोशिश कर रहे थे.