नई दिल्ली: देर से आए, लेकिन बड़ी तेजी से बढ़ रहे हैं. आरएसएस और उसके सहयोगी संगठन सोशल मीडिया के मामले में लेट होने के बावजूद बड़ी तेजी से साइबर स्पेस में अपनी जड़ें जमा रहे हैं. अब आरएसएस ने अपना वेब चैनल भी शुरू कर दिया है.
अब तक जिन ईवेंट्स के वीडियोज आरएसएस या उसके मीडिया विभाग विश्व संवाद केन्द्र की वेबसाइट्स पर लगते थे, अब उनका वेब चैनल शुरू कर दिया गया है. यानी अब उनके समर्थक यूट्यूब पर जाकर उनके वेब चैनल को सब्सक्राइब कर सकेंगे.
इस वेब चैनल की शुरूआत की गई, संघ के सबसे बड़े संगठनों में से एक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के राष्ट्रीय संगठन मंत्री सुनील अम्बेकर के इंटरव्यू के साथ. इस इंटरव्यू में एबीवीपी को लेकर जो भी सवाल मीडिया में उठते रहे हैं, उन सबका जवाब सुनील अम्बेकर से पूछा गया है. एबीवीपी के सदस्य कैसे बन सकते हैं, कितने विश्वविद्यालयों में ये काम करता है, आरएसएस से इसका क्या रिश्ता है?
आप इस इंटरव्यू सीरीज को विश्व संवाद केन्द्र के यूट्यूब चैनल के इस लिंक पर देख सकते हैं. माना जा रहा है कि विश्व संवाद केन्द्र जल्द ही अपने माइक, स्टैंडी और एक दो छोटे स्टूडियोज अलग अलग शहर में बनाने जा रहा है ताकि कार्य़क्रमों के अलावा इस तरह के इंटरव्यूज के लिए उनका इस्तेमाल हो सके.
इस इंटरव्यू सीरीज में अभी संघ के बाकी संगठनों के पदाधिकारियों को भी जोड़ा जाएगा ताकि हर संगठन के बारे में उनसे जुड़े पदाधिकारी आम जनता के सामने अपनी बात रख सकें, संगठन की जानकारी दे सकें. संघ की मीडिया टीम का ये नया उपक्रम है, इससे पहले वो ट्विटर और फेसबुक पर आरएसएस के एकाउंट्स को शुरू कर चुके हैं और कई बार भ्रम या विवाद होने की स्थिति में फौरन आधिकारिक मीडिया रिलीज भी जारी करते हैं.
संघ के आधिकारिक कार्यक्रमों की सूचना और रिलीज भी जारी करते हैं. अभी तक आरएसएस के फेसबुक पेज से 36 लाख से ज्यादा और ट्विटर एकाउंट पर करीब तीन लाख फॉलोअर्स जुड़ चुके हैं. ऐसे में यूट्यूब या वेब चैनल की शुरूआत इस दिशा में एक नया कदम है.