लखनऊ. योगी आदित्यनाथ आज 2.15 बजे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के पद की शपथ लेंगे. उनके साथ 45 मंत्री भी शामिल हैं.
जिनमें दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्य उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेगें. योगी के मुख्यमंत्री बनाए जाने के फैसले के बाद से उनके 5 बड़े विवादित बयान भी इस समय चर्चा में हैं.
‘कैराना को कश्मीर नहीं बनने देंगे’
योगी आदित्यनाथ ने कहा था- 1990 में कश्मीर से हिंदुओं को पलायन करने के लिए मजबूर कर दिया गया था. वहां पर बड़े पैमाने पर हत्याएं हुई थीं.
बड़े पैमाने पर माताओं और बहनों के सम्मान के साथ नंगा नाच खेला गया था. कैराना और कंधला में भी ऐसा ही हुआ है. क्या यह एक मुद्दा नहीं है. क्या कश्मीर, कैराना मुद्दा नहीं है. क्या हिंदुओं के साथ हो रहा अत्याचार कोई मुद्दा नहीं है.
‘शाहरुख खान हाफिद सईद की भाषा एक’
शाहरुख खान को ध्यान रखना चाहिए कि अगर बहुसंख्यक समाज ने उनकी फिल्मों को बॉयकाट कर दिया तो वह भी सामान्य मुसलमानों की तरह सड़क पर आ जाएंगे. मैं कहा रहा हूं कि यह आदमी आतंकवादियों की भाषा बोल रहा है. शाहरुख खान-हाफिज सईद की भाषा में कोई फर्क नहीं है.
‘मदर टेरेसा साजिश में शामिल’
मदर टेरेसा भारत में ईसायत फैलाने की साजिश में शामिल थीं. देश का इसाईकरण करने में लगे लोगों ने उत्तर-पूर्व में देश अलगाववाद आंदोलन की अगुवाई की थी.
‘जब ढांचा गिराने से कोई नहीं रोक सका’
जब ढांचा गिराने से कोई रोक पाया तो मंदिर बनाने से कौन रोक पाएगा.
‘सूर्य नमस्कार या समुद्र में जाकर डूब जाओ’
जिनको सूर्य नमस्कार में भी सांप्रदायकिता दिखती है उनसे विनम्रता से कहुंगा कि वह समुद्र में जाकर डूब जाएं.
‘सभी मस्जिदों में गौरी-गणेश की मूर्तियां लगवा देंगे’
अगर मुझे अनुमति मिली तो सभी मस्जिदों में गौरी-गणेश की मूर्तियां लगवा देंगे.
योगी ने ऐसे सिर्फ 5 नहीं कई बयान दिए हैं जिससे उनकी छवि सांप्रदायिक नेता की हो गई है. यूपी विधानसभा चुनाव के समय भी उन्होंने ऐसे कई ऐसे बयान दिए थे.
उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भी उस समय तारीफ की थी जब उन्होंने 7 मुस्लिम देशों के नागरिकों को अमेरिका में घुसने पर प्रतिबंध लगा दिया था.