इस बात पर लोकसभा में फफक-फफक कर रो पड़े थे आदित्यनाथ
त्तर प्रदेश में बीजेपी की संसदीय दल की बैठक में योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री के तौर पर चुना गया है. आदित्यनाथ 19 मार्च को दोपहर 2 बजे सीएम पद की शपथ लेंगे. बीजेपी नेता सुरेश खन्ना ने आदित्यनाथ के नाम का प्रस्ताव रखा था जिसे विधायकों ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव को पास कर दिया.
March 18, 2017 2:14 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बीजेपी की संसदीय दल की बैठक में योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री के तौर पर चुना गया है. आदित्यनाथ 19 मार्च को दोपहर 2 बजे सीएम पद की शपथ लेंगे. बीजेपी नेता सुरेश खन्ना ने आदित्यनाथ के नाम का प्रस्ताव रखा था जिसे विधायकों ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव को पास कर दिया. संतुलन बनाने के लिए बीजेपी ने केशव प्रसाद और दिनेश शर्मा दोनों को डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है.
बता दें कि अपनी हिन्दुत्वादी इमेज और विवादित बयानों से पहचाने जाने वाले योगी से जुड़ी एक ऐसी भी कहानी है जिसमें दुनिया ने उन्हें फूट-फूट कर रोते हुए देखा था. योगी साल 2006 में लोकसभा में कुछ बोलने के लिए खड़े हुए थे लेकिन खुद पर पुलिस की प्रताड़ना का ज़िक्र करते हुए रोने लगे. उस वक़्त मुलायम सिंह यादव यूपी के सीएम थे और योगी पर गोरखपुर पर दंगों का आरोप लगा था.
क्यों रोने लगे थे योगी
मजबूत और सीधी बात करने वाले नेता के रूप में मशहूर योगी ने साल 2006 में लोकसभा अध्यक्ष से अपनी बात रखने के लिए विशेष अनुमति मांगी. योगी को समय दिया गया और वो जैसे ही बोलने के लिए खड़े हुए, फूट-फूट कर रोने लगे. उन्होंने आरोप लगाया कि सपा सरकार उन्हें निशाने पर लेकर पुलिस के जरिए तंग करा रही है.
बता दें कि उस दौरान पूर्वांचल के कई कस्बों में हिंसा फैली थी जिसके लिए योगी को ही जिम्मेदार ठहराया जा रहा था. योगी ने संसद को बताया कि गोरखपुर जाते हुए उन्हें शांतिभंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया और जिस मामले में उन्हें सिर्फ 12 घंटे बंद रखा जा सकता था लेकिन उन्हें इस मामले में 11 दिन जेल में रखा गया.