नई दिल्ली : विधानसभा चुनावों में बीजेपी की बड़ी जीत और पीएम मोदी की पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि मोदी कोई खुदा नहीं जिन्हें हराया नहीं जा सकता.
इंडिया नूयज/इन खबर से बातचीत करते हुए दिग्विजय सिंह ने राहुल गांधी के नेतृत्व पर उठ रहे सवालों समेत गोवा और मणिपुर में बीजेपी की सरकार बनने को लेकर कई बातों पर चर्चा की.
बीजेपी ने सियासी दांव गलत
कांग्रेस को सबसे ज्यादा बहुमत मिलने के बावजूद भी गोवा और मणिपुर में बीजेपी की सरकार बनने पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि गोवा में बीजेपी के सियासी के दांव को सही नहीं ठहराया नहीं जा सकता. लोकतंत्र में जिसके पास बहुमत होता है वो सरकार बनाता है. जहां स्पष्ट बहुमत है वहां कोई दिक्कत नहीं है लेकिन जहां स्पष्ट बहुमत नहीं है वहां सबसे ज्यादा वोट बनाने वाली पार्टी को ही सरकार बनाने का मौका देना चाहिए.
दिग्विजय ने बताया, ‘हमने विधायक दल का नेता चुन लिया था. साउथ गोवा पार्टी के विजय सर देसाई से हमारी चर्चा हो चुकी थी और वो हमें समर्थन देने को तैयार थे. पर उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा था इसमें देरी हुई. हमने 12 तारीख की रात को ही सरकार बनाने को लेकर चिट्ठी भेज दी थी लेकिन उन्होंने इससे पहले ही उन्हें बीजेपी को आमंत्रित कर लिया.’
पंजाब में जीत श्रेय राहुल को क्यों नहीं
कांग्रेस के अंदर ही राहुल गांधी पर उठ रहे सवालों पर उन्होंने कहा कि पंजाब में हम जीत गए, गोवा और मणिपुर में सबसे ज्यादा बहुमत मिला पर राहुल गांधी को श्रेय नहीं दे रहे हैं. चुनाव हार जाते हैं तो राहुल गांधी का नाम आ जाता है.
साथ ही दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘मैं शुरू से कह रहा हूं कि कांग्रेस को बड़े आॅपरेशन की जरूरत है. राहुल गांधी को कांग्रेस पार्टी में एक नई जान फूंकने के लिए कुछ न कुछ करना चाहिए.’ प्रियंका के कमान हाथ में लेने पर उन्होंने कहा कि ये प्रियंका गांधी का निजी निर्णय है लेकिन अगर वो सक्रिय रूप से भाग लेती हैं तो सभी को खुशी होगी.
‘कांग्रेस अपनी जड़ें मजबूत करे’
जब दिग्विजय सिंह से महागठबंधन को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सपा और बसपा के कमजोर होने पर कांग्रेस को अपनी जड़ें मजबूत करने का मौका मिला है. गठबंधन की जहां तक बात है वो चुनाव आने पर देखा जाएगा. नरेंद्र मोदी की जीत पर दिग्विजय सिंह ने बोला कि मोदी कोई खुदा हैं क्या जिन्हें हराया नहीं जा सकता. जो जीत सकता है उसे हराया भी जा सकता है.