लखनऊ. उत्तर प्रदेश के नए मुख्यमंत्री केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा हो सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक खबर मिल रही है कि मनोज सिन्हा के नाम पर मुहर लग चुकी है और 18 मार्च को विधायकों की होने वाली बैठक में इसका औपचारिक ऐलान हो जाएगा.
दरअसल रेल मंत्रालय में राज्यमंत्री रहे मनोज सिन्हा सख्त प्रशासक के तौर पर अपनी छवि बनाई है और उन्होंने इस दौरान पूर्वांचल में रहते हुए रेलवे से जुड़े कर्ई काम कराए हैं जिसका फायदा विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिला है.
अधिकारियों से कैसे काम लिया जाता है यह बात मनोज सिन्हा को अच्छी तरह से पता है. उनके काम से खुश होकर पीएम मोदी ने उनका प्रमोशन कर दिया था और उन्हें स्वतंत्र प्रभार दे दिया था.
मनोज सिन्हा से जुड़ी खास बातें
गाजीपुर के मोहनपुरा के रहने वाले मनोज सिन्हा का जन्म 1 जुलाई 1959 को हुआ था. उन्होंने आईआईटी बीएचयू से बीटेक (सिविल इंजीनियरिंग) और एमटेक किया है. 1989 में उनको बीजेपी की राष्ट्रीय परिषद में शामिल किया गया.
वह गाजीपुर से तीन बार सांसद रहे हैं. सबसे पहले 1996, 1999 फिर 2014 के लोकसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज की है.
पीएम मोदी ने उन्हें रेल राज्यमंत्री बनाया था. उसके बाद दूसरे फेरबदल में उन्हें स्वतंत्र प्रभार वाला मंत्रालय कम्युनिकेशन मंत्रालय दे दिया गया.