इंफाल : गोवा के बाद अब मणिपुर में भी बीजेपी की सरकार बन गई है. विधायक दल के नेता एन बीरेन सिंह ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है. इसके साथ ही बीजेपी ने पहली बार मणिपुर की सत्ता संभाली है.
शपथ ग्रहण समारोह में बीजेपी के बड़े नेता नहीं शामिल हुए. अमित शाह ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी कि विमान में तकनीकि खराबी होने की वजह से उन्हें आगरा से ही लौटना पड़ गया और वह मणिपुर नहीं पहुंच सके. विमान में वेंकैया नायडू और रामलाल भी सवार थे.
कौन हैं बीरेन सिंह?
बीरेन सिंह हीनगैंग विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. वह मणिपुर में बीजेपी के पहले मुख्यमंत्री हैं. बीरेन सिंह ने तृणमूल कांग्रेस के पांगीजम सरतचंद्र सिंह को हराया था. वह राजनेता बनने से पहले फुटबॉल खिलाड़ी और पत्रकार भी रह चुके हैं. उन्होंने एक समय निवर्तमान मुख्यमंत्री इबोबी सिंह के साथ भी काम किया था.
बता दें कि मणिपुर विधानसभा की 60 सीटों में से 21 बीजेपी के पास है. बीजेपी ने दावा किया था कि उसके समर्थन में 32 विधायक हैं. पार्टी का दावा था कि उसके पास नेशनल पीपल्स पार्टी (एनपीपी) और नागा पीपल्स फ्रंट (एनपीएफ) के चार-चार विधायकों का समर्थन है.
इसके अलावा बीजेपी को एक एलजेपी विधायक और दो अन्य विधायकों का समर्थन हासिल है. बता दें कि मणिपुर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 28 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, लेकिन सरकार बनाने का दावा बीजेपी ने किया है. उधर मणिपुर में सरकार गठन को लेकर अदालत जाने के बारे में कांग्रेस ने कहा है कि हमने अपने सभी विकल्प खुले रखे हैं.