लखनऊ/देहरादून. उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में मोदी लहर में सभी पार्टियां बह गई हैं. दोनों ही राज्यों में पार्टी को प्रचंड बहुमत मिला है. मोदी लहर के आगे सभी जातिगत, सामाजिक समीकरण टूट गए हैं.
यूपी में बीजेपी को जहां 300 से ज्यादा सीटें मिलती दिखाई दे रही हैं तो उत्तराखंड की 70 सीटों पर 55 सीटों पर कब्जा होता दिख रहा है. इन चुनावी नतीजों से तय हो गया है कि नोटबंदी का मुद्दा बीजेपी के पक्ष में गया है और जनता ने पीएम मोदी पर भरोसा जताया है.
यूपी में तो बीजेपी ने इस बार कई करिश्मे किए हैं. जिसमें एक सहारनपुर की देवबंद सीट है. जहां पार्टी के प्रत्याशी ब्रजेश ने जीत दर्ज की है. बीजेपी के खाते में यह सीट पहली बार आई है.
वहीं बात करें उत्तराखंड की तो हरीश रावत हरिद्वार ग्रामीण सीट से चुनाव हार गए हैं. दोंनो ही राज्यों में बीजेपी के खिलाफ कोई पत्ता काम नहीं आया है. यूपी में जहां सपा ने चुनाव के ऐन वक्त पहले कांग्रेस के साथ समझौता किया था तो बीएसपी ने मुसलमान-दलित समीकरणों को साधने की कोशिश की थी.
लेकिन जिस तरह से बीजेपी के पक्ष में सीटें आई हैं उससे साफ लग रहा है कि बीजेपी को सभी वर्गों का वोट मिला है और यह नहीं कहा जा सकता है कि उसे सिर्फ ध्रुवीकरण का फायदा उठाया है.
आपको बता दें कि बीजेपी उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में बिना किसी सीएम उम्मीदवार के चुनाव लड़ा था. अब चुनौती इस बात की है सीएम किसको बनाया जाएगा. आज शाम दिल्ली में 4.30 बजे संसदीय बोर्ड की बैठक होने वाली है जिसमें पीएम मोदी और अध्यक्ष अमित शाह भी हिस्सा लेंगे.
उम्मीद है कि आज की बैठक में दोनों ही राज्यों के सीएम का ऐलान किया जा सकता है.