लखनऊ. यूपी विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की हार पर शिवपाल यादव ने अखिलेश को यादव को हार का जिम्मेदार बताते हुए कहा कि यह हार समाजवादियों की नहीं बल्कि घमंड की है.
शिवपाल ने कहा है कि नेता जी और उनके अपमान का बदला जनता ले लिया है. माना जा रहा है कि यादव परिवार और समाजवादी पार्टी के बीच एक बार फिर से झगड़ा शुरू हो सकता है.
इसकी शुरुआत शिवपाल ने नतीजे के आने के बाद से कर दी है. हालांकि आज सुबह जब उनसे पत्रकारों ने बात की थी तो उन्होंने कहा था कि यूपी में सपा और कांग्रेस के बीच जीत पक्की है.
लेकिन अब तस्वीर बिलुकल साफ हो गई है और बीजेपी 300 के आसपास सीटें जीतने के करीब है और मोदी लहर में सपा-कांग्रेस गठबंधन और बीएसपी पूरी तरह से साफ हो गए हैं.
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव से पहले मुलायम सिंह यादव परिवार में झगड़ा सड़क तक आ गया था पार्टी में टिकट बंटवारे को लेकर विवाद इतना बढ़ गया था कि मंच पर ही मारपीट की नौबत आ गई थी.
हालात यहां तक पहुंच गए कि अखिलेश यादव अपने पिता और पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव की बिना इजाजत के सपा का अधिवेशन बुला लिया और उसी में खुद को राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित कर दिया.
इसके बाद मुलायम सिंह यादव ने इस अधिवेशन को फर्जी करार दे दिया और अखिलेश और राम गोपाल को पार्टी से निकालने के बाद चुनाव आयोग पहुंच गए और कहा सपा के वही अध्यक्ष हैं.
लेकिन पार्टी के ज्यादातर सांसद और विधायक अखिलेश यादव के ही साथ थे और आयोग ने अखिलेश यादव को ही पार्टी का अध्यक्ष घोषित कर दिया था. इसके बाद अखिलेश ने कांग्रेस से समझौता कर लिया इस पर भी मुलायम सिंह यादव नाराज हुए थे.