नई दिल्ली: पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के तनीजों से पहले तमाम एक्जिट पोल सामने आ चुके हैं. एक्जिट पोल के नतीजों पर भरोसा किया जाए तो एक बात जो साफ तौर पर निकलकर सामने आती है वो ये कि पीएम मोदी का जादू अब भी बरकरार है. पीएम ने पांचों राज्यों में चुनाव प्रचार किया था और पोल देखकर लगता है कि जनता ने पीएम के विकास के वादे पर भरोसा किया है.
मोदी का जादू बरकार
भारत की सियासत का अहम हिस्सा माने जाने वाले यूपी में भी पोल के मुताबिक बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरने जा रही है. हालांकि ये बात भी गौर करने वाली है कि यूपी में बीजेपी ने कोई भी मुख्यमंत्री का चेहरा सामने नहीं रखा था. पूरा चुनाव विकास के मुद्दे पर लड़ा गया. चुनाव खत्म होने के बाद सामने आए पोल बताते हैं कि लोग पीएम के वादों पर अब भी भरोसा करते हैं जैसा भरोसा 2014 लोकसभा चुनावों के दौरान लोगों ने पीएम मोदी पर दिखाया था.
उत्तराखंड में कमल खिलने के आसार
उत्तराखंड में भी कहानी बिलकुल वैसी ही है. टिकट को लेकर बीजेपी में भी जबरदस्त घमासान मचा. दलबदल की राजनीति भी हुई लेकिन इसके बावजूद पोल की माने तो जनता ने पीएम मोदी के वादों पर भरोसा किया है और बीजेपी यहां भी अच्छी स्थिति में नजर आ रही है.
पीएम का जलवा गोवा में भी बरकरार
गोवा में भी कमोबेश हालात ऐसे ही हैं. एक्जिट पोल के माने तो एंटी इनकमबेंसी के बावजूद यहां बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनने जा रही है. एक्जिट पोल सटीक रहे तो तय है कि सीएम लक्ष्मीकांत पारसेकर दोबारा सत्ता में लौटने जा रहे हैं. गोवा में पहली बार चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी ने गोवा चुनावों को खासा दिलचस्प बना दिया था लेकिन बावजूद इसके जनता ने पीएम मोदी पर भरोसा जताया है.
मणिपुर में कांग्रेस को झटका, कमल खिलने के आसार
मणिपुर की बात करें तो एक्जिट पोल के हिसाब से नॉर्थ-ईष्ट राज्य मणिपुर में कमल खिलने जा रहा है. पोल सही रहे तो मणिपुर में कांग्रेस का 15 साल का साशन खत्म हो होगा और कमल खिलेगा. मणिपुर में बीजेपी जीत दर्ज करती है तो यहां भी जीत का सेहरा पीएम मोदी के सिर ही बंधेगा.
हाथ को मिलेगी कांग्रेस की सत्ता
पांच राज्यों में सिर्फ पंजाब ही ऐसा राज्य है जहां बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ सकता है. बीजेपी और अकाली दल की सरकार लगातार सत्ता में आती रही है शायद यही वजह है कि बीजेपी को यहां एंटी इनकमबेंसी का नुकसान हो सकता है. दूसरी वजह ये भी है कि पंजाब में बीजेपी की सहयोगी पार्टी शिरोमणी अकाली दल लंबे समय से विवादों में रही है. शायद यही वजह है कि पंजाब में आम आदमी पार्टी को भी अच्छी खासी तादात में वोट मिलने का अनुमान है. पोल की माने तो इसका सबसे बड़ा फायदा कांग्रेस को होने जा रहा है यानी पांच राज्यों के चुनाव में कांग्रेस के हाथ सिर्फ पंजाब की सीट ही लगने वाली है.