लखनऊ- यूपी विधानसभा चुनाव के आखिरी चरण के मतदान से ठीक पहले मुलायम सिंह यादव की पत्नी साधना यादव ने नया मोर्चा खुल दिया है और कई ऐलान भी कर दिए.
साधना ने पार्टी और परिवार में लेकर मचे झगड़े पर कई ऐसी बातें बोल दी हैं जो कहीं न कहीं अखिलेश यादव की ओर इशारा करती हैं.
क्या कहा है साधना यादव ने
1- मेरा बहुत अपमान हुआ है अब मैं पीछे नहीं हटूंगी. मुख्य सचिव का जब ट्रांसफर हुआ तो इसके पीछे मेरा हाथ बताया गया जबकि यह गलत है.
2- लोगों को मेरे खिलाफ इतना सबकुछ बोलने का साहस नहीं होना चाहिए था. मैं ऐसे परिवार से हूं जहां मेरे पिता कहते थे कि किसी को भी अपने अच्छे कामों को दिखाने की जरूरत नहीं है. लेकिन अब वक्त बदल गया है.
3- समाजवादी पार्टी में मचे झगड़े में मेरा कोई हाथ नहीं है. सबकुछ वक्त ने कराया है.
4- मैंने सबको समय दिया है. प्रोफेसर रामगोपाल यादव हों या उनके बेटे धर्मेन्द्र, टीपू ( अखिलेश) या उनकी पत्नी, सबको मैंने परिवार समझा.
5- मैं इसका पूरा श्रेय नेता जी को देती हूं उनकी वजह से मैं यह सबकुछ कर पाई.
6- मुझे नहीं पता की अखिलेश को किसने गुमराह किया है. मैं चाहती हूं कि अखिलेश फिर से मुख्यमंत्री बनें.
7- मैं चाहती हूं कि मेरा बेटा प्रतीक भी राजनीति में आए.