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चाहे नाम कब्रिस्तान हो या श्मशान, शव को गड़ाने की बजाए जलाया जाए: साक्षी महाराज

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सियासत लगातार गरमाती जा रही है. अब उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने कब्रिस्तान और श्मशान बनाने वाले मुद्दे पर कहा है कि शवों को गड़ाने की बजाए जलाना चाहिए.

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  • February 28, 2017 9:26 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
उन्नाव : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सियासत लगातार गरमाती जा रही है. अब उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने कब्रिस्तान और श्मशान बनाने वाले मुद्दे पर कहा है कि शवों को गड़ाने की बजाए जलाना चाहिए.
 
 
उन्होंने कहा, ‘चाहे नाम कब्रिस्तान हो चाहे श्मशान हो, दाह संस्कार होना चाहिए. किसी को भी गाड़ने की आवश्यकता नहीं है. देश में 2.5 करोड़ साधू हैं, सबकी समाधी बनाई जाए तो कितनी जमीन लगेगी, ऐसे ही देश में 20 करोड़ मुस्लिम हैं, सभी की कब्र बना दी जाए तो हिंदुस्तान में जगह ही नहीं बचेगी.’
 
उन्होंने कहा, ‘वोटों के लिए हिंदू, मुस्लिम, सिख इसाई को बांटा जाता है. अलग कब्रिस्तान, श्मशान की बात कही जाती है. मेरा कहना है कि सब एक ही होना चाहिए.’
 
बता दें कि साक्षी महाराज ने पहले कहा था कि उन्हें कब्रिस्तान और श्मशान को बराबरी में बनाने वाली बात बिल्कुल भी स्वीकार नहीं है. उन्होंने कहा था, ‘अगर कब्रिस्तान में हिंदुस्तान की सारी जमीन चली जाएगी तो खेती कहां की जाएगी. विश्व में जितने भी इस्लामिक देश हैं वहां किसी भी प्रकार से कोई कब्रिस्तान होता ही नहीं है, वहां जलाया जाता है.’
 
 
बता दें कि कब्रिस्तान और श्मशान का मुद्दा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान के बाद उठा जब उन्होंने 18 फरवरी को फतेहपुर में चुनावी रैली के दौरान कहा था कि अखिलेश सरकार कब्रिस्तान बनाती है तो श्मशान का भी ध्यान रखे. अगर रमजान में बिजली दी जाती है तो दिवाली में भी बिजली दी जानी चाहिए.

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