मुंबई : महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में किसका बजेगा डंका, इसका फैसला आज वोटर कर रहे हैं. मुंबई में बीएमसी की 227 सीटों के लिए वोटिंग शुरू हो गई है. बीएमसी के अलावा महाराष्ट्र की 9 दूसरी महानगरपालिकाओं और 11 जिला परिषदों के लिए भी मतदान की प्रक्रिया आज सुबह 7:30 बजे से शुरू हो गई है.
बीजेपी-शिवसेना आमने-सामने
इस चुनाव में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि पिछले दो दशकों में पहली बार बीजेपी और शिवसेना एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं. बीते कुछ दिनों से दोनों ही पार्टियों के बीच जारी जुबानी जंग के बाद दोनों पार्टियों ने अलग-अलग चुनाव लड़ने का फा फैसला किया है.
साल 2012 में हुए चुनाव में दोनों पार्टियों ने साथ चुनाव लड़कर बीएमसी की सत्ता हासिल की थी. पिछली बार 227 सीटों में से शिवसेना ने 164 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 75 सीटें जीती, जबकि बीजेपी ने 63 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 31 सीटें जीती थी.
इस चुनाव में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ-साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस की भी अग्निपरीक्षा है. आज ही जनता फैसला करेगी की मुंबई का किंग कौन होगा.
2275 उम्मीदवार चुनावी रण में
मुंबई में बीएमसी की 227 सीटों पर 2275 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं. मतदान की प्रक्रिया शाम 5:30 बजे तक चलेगी. इन चुनावों का नतीजा 23 फरवरी को आएगा.
बीएमसी के अलावा पुणे, ठाणे, नासिक समेत 10 महानगरपालिकाओं के लिए वोटिंग हो रही है. बजट के लिहाज से भी BMC देश की सबसे बड़ी महानगरपालिका है. इसका सालाना बजट करीब 38 हजार करोड़ रुपए का है. जो कि कई छोटे राज्यों के बजट से भी ज्यादा है. इनमें गोवा, असम, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, सिक्किम शामिल हैं. मुंबई में शिवसेना और बीजेपी की मौजूदा ताकत करीब-करीब बराबर ही है.
बीएमसी समेत महाराष्ट्र की 10 नगर पालिकाओं के चुनाव को मिनी विधानसभा चुनाव माना जा रहा है. इन चुनावों के नतीजों से महाराष्ट्र में राजनीति का भविष्य भी तय होना है, क्योंकि इन चुनावों में बीजेपी और शिवसेना के रिश्ते की कड़वाहट चरम पर पहुंच गई है.
RSS चीफ भागवत ने डाला वोट
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने भी इन चुनावों के लिए अपना वोट डाल दिया है. भागवत ने नागपुर नगर निगम चुनाव के लिए अपने वोट का इस्तेमाल किया है.