नई दिल्ली. लोकसभा में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के अभिभाषण पर चल रही चर्चा के दौरान भाषण की शुरुआत में ही पीएम नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी पर तंज कस दिया. उन्होंने कहा ‘आखिर भूकंप आ ही गया’.
पीएम मोदी के ऐसा बोलते ही कांग्रेस सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया और लोकसभ अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को सबको शांत कराना पड़ा.
पीएम मोदी ने कहा कि वह सोच रहे थे आखिर भूकंप आया कैसे. खड़गे के बयान पर उन्होंने जवाब दिया कि कांग्रेस की बड़ी कृपा है कि उसने लोकतंत्र की रक्षा है. पूरा लोकतंत्र एक परिवार के नाम पर कर दिया गया.
लोकसभा में पीएम मोदी के भाषण के अंश
1- आखिर भूकंप आ ही गया. पहले धमकी दी गई थी. मैं सोच रहा था कि आखिर भूकंप क्यों आया है. कोई तो बात होगी कि जो धरती मां रूठी हैं. भूकंप इसलिए आया क्योंकि स्कैम में भी सेवा भाव देखकर धरती मां दुखी हैं.
2- पीएम मोदी ने कहा- खड़गे जी हम कुत्तों वाली परंपरा में नहीं पले-बढ़ें हैं. (सोमवार को मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि आपके तो कुत्तों ने भी देश के लिए जान नहीं दी)
3- कांग्रेस ने बड़ी कृपा से लोकतंत्र को बचाया है. एक परिवार के हवाले देश के लोकतंत्र को कर दिया गया था. इमरजेंसी में देश को जेलखाना बना दिया गया था.
4- मुझे देश के लिए जीने का सौभाग्य मिला है. सरकार देश को आगे बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है.
5- जनशक्ति की ताकत है कि गरीब का बेटा देश का प्रधानमंत्री बना है.
6- हमारी सरकार ने हर शक्ति को जोड़ा है. हर प्रधानमंत्री का अपना-अपना योगदान रहा है.
7- विपक्ष को लगता है कि आजादी एक सरकार ने दिलाई है.
8 – संसद में इससे पहले स्वच्छता पर चर्चा नहीं हुई.
9- अटल जी ने बजट का समय बदला था. बजट के समय के बारे मेें किसी ने नहीं सोचा.
10- कांग्रेस को लगता है कि आजादी सिर्फ एक ही परिवार ने दिलाई है.
11- हम पहले दिन से ही नोटबंदी पर चर्चा के लिए तैयार थे. लेकिन विपक्ष सिर्फ पब्लिशिटी का भूखा था.
12- काला धन, प्रॉपर्टी और सोने में है ये बात आपको कैसे पता है.
13- भ्रष्टाचार की शुरुआत नकद से होती है.
14- गरीबों के लिए लड़ाई लड़ रहा हूं और मैं इसमें पीछे हटने वाला नहीं हूं. गरीबों के हक का पैसा लौटाना होगा
15- पहले आवाज आती थी कितना गया और अब आवाज आती है कितना आया
16- 26 साल पहले बेनामी संपत्ति कानून बना था. बेनामी संपत्ति विवादों की जड़ में है. लेकिन कानून लागू नहीं हो पाया. कांग्रेस को देश की नहीं चुनाव की चिंता थी.
17- संसाधन और संपदा की कमी नहीं थी लेकिन लूट-खसोट की वजह से देश उंचाइयों तक नहीं पहुंच पाया.
18- मुझे चुनाव नहीं देश की चिंता है.
19- पहले लोग कहते थे कि ‘कर्ज लो घी पियो’, भगवंत मान होते तो कुछ और कहते.
20- बेनामी संपत्ति का कठोर कानून बना है. बेनामी संपत्ति वाले अपने सीए सलाह ले लें.
21- काले धन पर हमने कई देशों से समझौते किए हैं.
22- मनरेगा नई चीज नहीं है बस नाम नया है. मनरेगा में 1035 बार नियम बदले गए. मनरेगा में इतने बार नियम क्यों बदले गए.
23- नोटबंदी में भी नियम बदले गए सिर्फ चोर दरवाजे बंद करने के लिए.
24- मैं कोई फैसला जल्दबाजी में नहीं करता हूं. चोर दरवाजे बंद करने के लिए हमने नोटबंदी में कई बार नियम बदले थे.
25- हम कुछ भी करें विपक्ष कहता है कि उसने शुरू किया था.
26- सड़क बनाने में स्पेस टेक्नॉलजी शुरू की है. मोदी का विरोध करना विपक्ष का काम है.
27- हमारी सरकार ने 22 लाख 37 हजार घर बनाए हैं. आपके समय 10 लाख 83 हजार बने थे.
28- हम बदलाव के रास्ते पर तेजी से काम कर रहे हैं. पिछले 2 सालों में बिजली का उत्पादन बढ़ा है. हम योजनाबद्घ तरीके से काम कर रहे हैं.
29- 21 करोड़ एलईडी बल्ब लगाने में सफलता मिली है. 11 हजार करोड़ रुपए का बिजली का बिल कम हुआ है.
30- 1.56 लाख लोगों के खाते में सीधे पैसा डाला गया है. मैं सदन में जो कुछ भी बोलता हूं जिम्मेदारी से बोलता हूं.
31- 17 मंत्रालयों की 84 योजनाओं को आधार से जोड़ा गया है. मालुम है मुझ पर जुल्म होने वाले हैं. पैसा का लीकेज रुक जाने से बड़ों-बड़ों की तकलीफ हो रही है.
32- 3.99 करोड़ फर्जी राशनकार्ड पकड़े गए हैं. बिचौलिए गरीबों का राशन हड़प जाते थे.
33- सीधे पैसा ट्रांसफर से 7086 करोड़ रुपया देश के खजाने का बचाया गया.
34- यूरिया के लिए अब किसानों को कतार नहीं लगानी पड़ती है. हमने यूरिया की नीम कोटिंग शुरू की है जिससे इसकी कालाबाजारी रुक गई.
35- पहले यूरिया का इस्तेमाल सिथेंटिक दूध बनाने के लिए किया जाता था.
36- धान के उत्पादन में भी बढ़ोत्तरी हुई है.
37- एक साथ चुनाव कराने पर अब विचार होना चाहिए ताकि सुरक्षाबलों को बार-बार न लगाना पड़े.
38- फसल बीमा योजना से किसानों को लाभ होगा. गांवों में तालाब होंगे तो सबको लाभ होगा.
39- सर्जिकल स्ट्राइक पर नेताओं ने कैसे-कैसे बयान दिए लेकिन जब देखा कि देश का मिजाज अलग है तो उनको भाषा बदलनी पड़ी.
40- सेना ने सफल सर्जिकल स्ट्राइक की है, उसका जितना गुणगान हो कम है, लेकिन हमें पता है कि आपको (विपक्ष) सर्जिकल स्ट्राइक खल रही है आपको बोलते नहीं बन रहा है.