यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर सपा और कांग्रेस के बीच हुए गठबंधन पर जब सीएम अखिलेश यादव ने बड़ा बयान दिया है.
लखनऊ. यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर सपा और कांग्रेस के बीच हुए गठबंधन पर जब सीएम अखिलेश यादव ने पहली बार इसके पीछे हुई बातचीत पर बयान दिया है. जब उनसे पूछा गया कि क्या इस साझेदारी को लेकर कांग्रेस की ओर से प्रियंका गांधी बातचीत कर रही हैं तो उन्होंने इसका सीधा जवाब नहीं दिया.
यूपी के सीएम ने कहा कि सपा से गठबंधन का फैसला पूरी कांग्रेस की लीडरशिप का रहा होगा. अखिलेश ने राहुल या प्रियंका किसी का भी नाम नहीं लिया.
लखनऊ में आयोजित एक निजी चैनल के कार्यक्रम में अखिलेश यादव से जब पूछा गया कि कांग्रेस के साथ गठबंधन पर उनके पिता मुलायम सिंह यादव खुश नहीं हैं तो उन्होंने कहा कि अब तो गठबंधन हो चुका है अब इस पर कोई सवाल करने का कोई मतलब नहीं है.
लेकिन जब उनको पिता की नाराजगी फिर से कुरेदा गया तो सीएम ने कहा कि हां, उन्होंने आशीर्वाद भी दिया और नाखुश भी थे. मुलायम के चुनाव प्रचार करने के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि वह जहां भी प्रचार करने जाएंगे पूरी तैयारी की जाएगी.
यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल
बीएसपी सुप्रीमो मायावती और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की ओर से यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए जाने पर अखिलेश ने कहा कि उनकी सरकार ने 100 नंबर के जरिए 15 मिनट में पुलिस सेवा देने का काम शुरू किया है ऐसा पहले कभी नहीं हुआ.
वही अपराध के आंकड़ों पर सवाल उठाते हुए यूपी के सीएम ने बीजेपी अध्यक्ष शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि उनको बीजेपी शासित राज्यों के आंकड़े भी साथ में बताने चाहिए.
विकास और भ्रष्टाचार पर दिया जवाब
मायावती की ओर से भ्रष्टाचार के आरोप पर अखिलेश ने कहा कि अभी तक वह ताजमहल को आठवां अजूबा मानते थे लेकिन ‘पत्थर की देवी’ वाली सरकार चलाने वाली मायावती ने उन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रही हैं.
वहीं केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी ने तो सपा का पूरा चुनावी घोषणापत्र की कॉपी कर डाला है. उनके पास पिछले ढाई साल की कोई उपलब्धियां नही हैं.