पणजी. खबरों की मानें तो गोवा में अंदर ही अंदर आम आदमी पार्टी ने काफी पैठ बना चुकी है लेकिन यह वोट में कितना बदलेगा इसको कहना पाना मुश्किल है. पार्टी नेताओं का दावा है कि आम आदमी पार्टी गोवा में भी दिल्ली जैसा करिश्मा करने जा रही है.
उनका कहना है कि रैलियों में जिस तरह से भीड़ उमड़ रही है उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस तरह से अंदर ही अंदर पार्टी के पक्ष में माहौल बन रहा है. लोग बीजेपी और कांग्रेस दोनों से ही पूरी तरह ऊब चुके हैं.
आम आदमी पार्टी के पक्ष में हैं ये बातें
दरअसल दक्षिणी गोवा के तटीय इलाके जहां पर क्रिश्चयन आबादी ज्यादा वहां पर आप के पक्ष में ज्यादा माहौल बनता दिखाई दे रहा है. इतना ही नहीं उत्तरी गोवा के इलाके जैसे मापूसा में भी आम आदमी पार्टी के पक्ष में अच्छा-खासा माहौल है.
दूसरी एक वजह बीजेपी और कांग्रेस के खिलाफ जनता में आक्रोश है. कांग्रेस का भ्रष्टाचार जहां लोगों को अभी तक याद है वहीं
बीजेपी सरकार से लोगों में निराशा है. हालांकि राज्य में सत्ता विरोधी लहर उस तरह से नहीं है जैसा कि कांग्रेस सरकार के खिलाफ देखा गया था.
दूसरी ओर आम आदमी पार्टी को गरीब और पिछड़े वर्ग के लोगों का समर्थन मिल रहा है. लोगों का कहना है कि बीजेपी की नीतियां बड़े लोगों को लिए हैं. कांग्रेस ने हमें पहले ही पूरी तरह बर्बाद कर दिया है. अब आम आदमी पार्टी ही एक विकल्प है.
आम आदमी पार्टी को ये बात पहुंचा सकती है नुकसान
आम आदमी पार्टी की गोवा इकाई से दिल्ली की केजरीवाल सरकार के निगेटिव छवि से जूझना पड़ रहा है. सबसे ज्यादा दिक्कत पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बन रहे माहौल से भी है.
उत्तरी गोवा के कुछ लोगों ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि दिल्ली के रहने वाले जो भी पर्यटक यहां पर आए हैं उन सबने केजरीवाल सरकार के कामकाज पर निराशा जताई है. उत्तरी गोवा के रहने वाले ही एक शख्स ने कहा कि अगर अरविंद केजरीवाल ने अगर उस वकील (प्रशांत भूषण) को न निकाला होता तो ज्यादा अच्छा होता.
कुल मिलाकर गोवा में आम आदमी पार्टी ने ही सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं लेकिन सरकार के बनाने के दावे के बीच पार्टी को अपनी निगेटिव इमेज से भी जूझना होगा. नहीं तो गोवा में ‘दिल्ली का ख्वाब’ अधूरा रह जाएगा.