लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के गठबंधन पर मुलायम सिंह यादव अब नरम पड़ते दिख रहे हैं. खबर है कि अब मुलायम गठबंधन के लिए प्रचार करने को तैयार हो गए हैं.
मुलायम पहले इस गठबंधन का विरोध कर रहे थे, लेकिन अब उन्होंने कहा है कि उनका आशीर्वाद अखिलेश के साथ है और वह प्रचार करने को तैयार हैं. उन्होंने कहा. पहले उन्होंने कहा था कि वो गठबंधन का प्रचार नहीं करेंगे और कांग्रेस को मिली 105 सीटों पर अपने समर्थकों से चुनाव लड़ने को भी कहा था.
कहा जा रहा है कि मुलायम 9 फरवरी से सपा-कांग्रेस गठबंधन के लिए प्रचार करेंगे. जब उनसे यह सवाल किया गया था कि क्या वह सपा-कांग्रेस गठबंधन को आशीर्वाद देंगे, तब उनका जवाब था- हां बिल्कुल.
फिर छलका शिवपाल का दर्द
वहीं एक ओर शिवपाल यादव का दर्द भी एक बार फिर उनकी जुबान पर आ गया. शिवपाल ने कहा कि मुझे पद का लालच कभी नहीं रहा, अगर ऐसा होता तो मैं 2003 में ही सीएम बन गया होता.
अपने जन्मदिन पर जनपद में कई कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद देर रात शिवपाल यादव इटावा में कार्यकर्तायों की ओर से मनाए जा रहे अपने जन्मदिन के कार्यक्रम में पहुचे, जहां उन्होंने यह बात कही.
वहीं रामगोपाल यादव ने शिवपाल का विरोध करते हुए कहा कि शिवपाल किसी को भी 200 वोट नहीं दिला सकते. रामगोपाल ने शिवपाल की नई पार्टी बनाने की बात पर कहा कि चुनाव जीतने के बाद शिवपाल यादव नई पार्टी बनाएंगे तो दल-बदल कानून के तहत उनकी सदस्यता खत्म हो जाएगी.