लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के गठबंधन के बाद सपा ने पहले अमेठी और रायबरेली की विधानसभा सीटों पर अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया था, लेकिन अब खबर आ रही है कि अमेठी और रायबरेली की सभी दस विधानसभा सीटों पर कांग्रेस ही चुनाव लड़ेगी.
सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि अमेठी-रायबरेली की सभी सीटों पर अब कांग्रेस ही अपने उम्मीदवार उतारेगी. इसका मतलब है कि मुलायम सिंह यादव के चहेते गायत्री प्रजापति का पत्ता कट गया है, बता दें कि गायत्री अमेठी से विधायक हैं.
वहीं इलाहाबाद की सोरांव सीट पर गठबंधन में गांठ पड़ती हुई दिख रही है, कांग्रेस ने जवाहर लाल दिवाकर को प्रत्याशी बनाया तो अब समाजवादी पार्टी ने सत्यवीर मुन्ना को यहां से टिकट दे दिया है.
सपा-कांग्रेस का नया नारा
समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन को लेकर नारा तैयार किया गया है. स्लोगन है- यूपी को ये साथ पसंद है. 29 जनवरी को लखनऊ में इसका औपचारिक ऐलान होगा.
समाजवादी पार्टी से गठबंधन के बाद पहली बार कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी 29 जनवरी को लखनऊ पहुंचेंगे जहां वो यूपी के सीएम अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव से भी मिलेंगे.
इसके अलावा समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन के बाद अखिलेश यादव और राहुल गांधी मिलकर एक ही मंच से चुनाव प्रचार भी करेंगे. यूपी में दोनों की 14 संयुक्त रैलियां होंगी.
वहीं यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया है. उन्होंने शुक्रवार को साफ कर दिया कि वे 2018 तक विधान परिषद के सदस्य हैं, इसलिए वे कोई चुनाव नहीं लड़ रहे हैं.