पटना : वैसे तो शनिवार को पूरे देश में मकर संक्रांति धूम-धाम से मनाई जाएगी, लेकिन इस बार बिहार की राजनीतिक मकर संक्रांति बेहद ही खास होने वाली है. मकर संक्रांति पर दही-चूड़ा के बहाने सीएम नीतीश कुमार बीजेपी से संबंध सुधारने की कोशिश में हैं.
रिपोरट के मुताबिक 15 जनवरी को दही-चूड़ा भोज कार्यक्रम में जेडीयू ने
बीजेपी नेताओं को आमंत्रित किया है. जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने गुरुवार को एक मीडिया से मुखातिब होते हुए इसकी जानकारी दी.
दरअसल वशिष्ठ नारायण सिंह के घर भोज का आयोजन बड़े कायदे से और भव्य तरीके से होता है. इस भोज में करीब 1500-2000 लोग शामिल होते हैं. बताया जा रहा है कि सिंह ने बीजेपी नेताओं को न्यौता
नीतीश की सहमति के बाद ही दी है.
हालांकि बिहार बीजेपी अध्यक्ष
नित्यानंद रॉय के मुताबिक उन्हें अभी तक न्यौता नहीं मिला है. उनका कहना है कि निमंत्रण की जानकारी उन्हें मीडिया से मिल रही है. उन्होंने कहा कि अधिकारिक निमंत्रण मिलने के बाद ही भोज में शामिल होने का फैसला किया जाएगा.
हालांकि
मकर संक्रांति के अवसर पर राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष
लालू प्रसाद यादव के घर पर भी भोज का आयोजन होता है. इस साल भी उनके घर पर भोज हो रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक नीतीश पहले लालू के घर जाएंगे.
हाल के दिनों में देखें तो बीजेपी और जेडीयू अपने संबंध सुधारने की कोशिश कर रहे हैं. एक और जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रकाशोत्सव में बिहार आए थे तो उन्होंने शराबबंदी को लेकर नीतीश की तारीफ की, वहीं अब नीतीश कुमार ने गुजरात में पीएम मोदी के खिलाफ होने वाली रैली में शामिल न होने का ऐलान किया है. अब देखना है कि परंपरा से हटकर होने वाली दही-चूड़ा वाली राजनीति कहां तक दोनों पार्टियों के रिश्तों में मिठास लाती है.