ताकत दिखाने को तैयार राजे, समर्थन जुटाने को विधायकों से मिलीं

नई दिल्ली/जयपुर. आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी की मदद करने के कारण विवादों में फंसी राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया ने विधायकों का समर्थन जुटाना शुरू कर दिया है. राजे ने गुरुवार को पार्टी में अपने समर्थन का अनुमान लगाने के लिए बीजेपी विधायकों से मुलाकात की. 

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ताकत दिखाने को तैयार राजे, समर्थन जुटाने को विधायकों से मिलीं

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  • June 26, 2015 2:10 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago

नई दिल्ली/जयपुर. आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी की मदद करने के कारण विवादों में फंसी राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया ने विधायकों का समर्थन जुटाना शुरू कर दिया है. राजे ने गुरुवार को पार्टी में अपने समर्थन का अनुमान लगाने के लिए बीजेपी विधायकों से मुलाकात की. वसुंधरा ने अपने सरकारी आवास पर 20 विधायकों से मुलाकात की, जिसमें मंत्रिमंडल के सदस्य, अन्य विधायक और भाजपा कार्यकर्ता भी शामिल थे. सूत्रों ने बताया कि वसुंधरा से शुक्रवार तक और विधायक मुलाकात कर सकते हैं.

एक बीजेपी नेता ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर कहा, ‘विधायकों और अन्य के साथ मुलाकातें दबाव बनाने की कोशिश की तरह लग रही हैं. दरअसल वह बीजेपी नेताओं को बताना चाहती हैं कि उन्हें पार्टी की प्रदेश इकाई का समर्थन हासिल है.’ 200 सदस्यों वाली राजस्थान विधानसभा में बीजेपी के 160 विधायक हैं और अधिकांश विधायक वसुंधरा के समर्थन में हैं.

वसुंधरा राजे के इस्तीफा पर भारी उलझन में बीजेपी नेतृत्व

सीएम वसुंधरा से इस्तीफा लेने के सवाल पर बीजेपी नेतृत्व भारी उलझन में है. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में ज्यादातर का मानना है कि वसुंधरा राजे से इस्तीफा लेते ही कांग्रेस समेत विपक्षी दलों का मनोबल बढ़ेगा. इसके बाद विपक्ष की तरफ से विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी और महाराष्ट्र सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री पंकजा मुंडे से इस्तीफा लेने का दबाव बढ़ जाएगा.

पढ़िए! CM वसुंधरा ने क्या-क्या कहा था मोदी के पक्ष में

वसुंधरा राजे की ही तरह सुषमा स्वराज पर भी ललित मोदी की मदद करने का आरोप है. स्मृति ईरानी की डिग्री को लेकर कोर्ट में मुकदमा चलने लगा है वहीं पंकजा मुंडे पर महाराष्ट्र में घोटाले का आरोप लगा है.

जुलाई में शुरू हो रहे संसद के मॉनसून सत्र को शांति से चलाना सरकार की जरूरत है क्योंकि कई महत्वपूर्ण बिल एजेंडा पर हैं. विपक्ष को मनाने का रास्ता पार्टी को फिलहाल समझ में नहीं आ रहा है. पार्टी या सरकार के लिए वसुंधरा का इस्तीफा लेना या नहीं लेना ललित विवाद से ज्यादा संसद के मॉनसून सत्र को लेकर उसकी रणनीति का हिस्सा होगा.

एजेंसी इनपुट भी

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