लखनऊ : उत्तर प्रदेश में जैसे-जैसे
विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे-वैसे
समाजवादी पार्टी में मचा घमासान बढ़ता जा रहा है. यूपी का सबसे बड़ा राजनीतिक कुनबा सपा
मुलायम सिंह यादव और सीएम
अखिलेश यादव के खेमे में बंट चुकी है, दोनों खेमों में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर विवाद तो है ही, साथ ही पार्टी चुनाव चिन्ह ‘साइकिल’ पर भी घमासान जारी है.
दोनों ही खेमे एक-एक बार चुनाव आयोग के सामने चुनाव चिन्ह ‘साइकिल’ पर दावा पेश कर चुके हैं, लेकिन आज अपने समर्थन का हलफनामा सौंपने के लिए मुलायम सिंह यादव एक बार फिर चुनाव आयोग पहुंच चुके हैं.
मुलायम हलफनामा सौंपने के साथ ही दावा करेंगे कि उनका गुट ही असली समाजवादी पार्टी है साथ ही साइकिल पर भी उनके गुट का ही हक है. मुलायम सिंह के साथ शिवपाल यादव और अमर सिंह भी मौजूद हैं.
वहीं अखिलेश यादव भी रामगोपाल यादव के साथ दोपहर 2:30 बजे आयोग से मुलाकात करने वाले हैं. अखिलेश लखनऊ से दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं. खबर है कि दिल्ली पहुंचकर अखिलेश यादव राहुल गांधी से भी मुलाकात कर सकते हैं.
चुनाव आयोग ने दोनों गुटों को समर्थन साबित करने के लिए 9 जनवरी तक का समय दिया था. अखिलेश का गुट पहले ही हलफनामा सौंप चुका है.
बता दें कि कल यानी रविवार को मुलायम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके ये ऐलान कर दिया था कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभी भी वही हैं.
मुलायम सिंह यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक लिखित बयान पढ़ा और पत्रकारों के सीधे सवालों के जवाब नहीं दिए. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी में एक बात साफ है कि वो खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं,
शिवपाल यादव प्रदेश अध्यक्ष हैं और अखिलेश यादव प्रदेश के सीएम हैं.
उन्होंने कहा कि रामगोपाल यादव का बुलाया राष्ट्रीय अधिवेशन फर्जी है. इसलिए उस अधिवेशन में लिए गए सारे फैसले फर्जी हैं.