लखनऊ : समाजवादी पार्टी का झगड़ा अब सट्टा बाजार तक पहुंच गया है. जहां पार्टी के दोनों धड़े साइकिल चुनाव चिन्ह पाने के लिए पूरी कोशिश में लगे हैं वहीं, सट्टा बाजार भी अपनी पूरे उफान पर है.
यूपी के सीएम अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव के बीचे झगड़े के बाद मामला अब चुनाव आयोग तक पहुंच गया है. दोनों ही पक्ष साइकल चुनाव चिह्न पाना चाहते हैं. दूसरी तरफ सटोरिये सट्टा लगा रहे हैं कि साइकिल चुनाव चिह्न किसके पास जाएगा? सट्टा इस पर भी लग रहा है कि मुलायम और अखिलेश
यूपी विधानसभा
चुनाव एकसाथ लड़ेंगे या अलग-अलग?
मुलायम का भाव 65 पैसे
सट्टा तो दोनों पक्षों पर लग रहा है लेकिन
अखिलेश यादव का भाव
मुलायम सिंह से ज्यादा चल रहा है. साइकिल चुनाव चिह्न अखिलेश यादव को मिलेगा इसका रेट 1 रुपये 25 पैसे लगा है जबकि मुलायम सिंह पर 65 पैसे का रेट चल रहा है. इसके अलावा चुनाव चिह्न फ्रीज होने पर 40 का भाव है.
यूपी चुनाव में अखिलेश और मुलायम के साथ उतरने पर 55 पैसे का भाव और अकेले लड़ने पर 45 पैसे का रेट चल रहा है. इतना ही नहीं सटोरिये पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों को लेकर भी सट्टा लगा रहे हैं.
दोनों पक्ष पार्टी और आॅफिस पर ठोक रहे दावा
बता दें कि समाजवादी पार्टी में पिछले कई महीनों से घमासान जारी है. चाचा-भतीजे की लड़ाई अब पिता-पुत्र का झगड़ा बन चुकी है. अखिलेश को पार्टी से निकालने, फिर आनन-फानन में वापस लेने और फिर मुलायम सिंह को मार्गदर्शक बनाने के बाद से दोनों ही धड़े पार्टी और आॅफिस पर अपना दावा ठोंक रहे हैं.
अब तक अखिलेश यादव की तरफ से चुनाव चिह्न पाने के लिए चुनाव आयोग को दस्तावेज सौंपे जा चुके हैं. मुलायम सिंह सोमवार को दस्तावेज जमा कराएंगे. इस बीच पार्टी के ही कुछ लोग दोनों पक्षों में सुलह कराने की कोशिश में जुटे हैं.