लखनऊ : उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े राजनीतिक कुनबे समाजवादी पार्टी में मचे घमासान को सुलझाने की जिम्मेदारी अब आजम खान ने ले ली है. आजम खान सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव और यूपी सीएम अखिलेश यादव के बीच का झगड़ा सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं.
मुलायम, आजम और अखिलेश के बीच हो रही बैठक खत्म हो गई है, बैठक में शिवपाल यादव भी मौजूद थे. सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि अखिलेश और रामगोपाल यादव का निष्कासन वापस हो सकता है.
अखिलेश ने मुलायम के सामने बैठक में तीन महत्वपूर्ण शर्तें रखी हैं. रिपोर्ट्स है कि यूपी सीएम ने ये तीन शर्त मुलायम के सामने रखी हैं-
मुझे प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाए
टिकट बंटवारे को लेकर मेरे पास सारे अधिकार रहें
रामगोपाल यादव की वापसी हो
झगड़े से लालू हैं दुखी
वहीं आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव सपा में मचे इस कलह से काफी दुखी हैं. लालू का कहना है कि उन्होंने मुलायम सिंह से फोन पर बात की थी और झगड़ा सुलझाने की अपील भी की थी.
क्या है मामला ?
बता दें कि विधानसभा चुनाव के लिए सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव और प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव की ओर से जारी की गई उम्मीदवारों की लिस्ट से नाराज अखिलेश यादव ने अपने समर्थकों के भी नाम अलग से उम्मीदवार के तौर पर जारी कर दिए थे, जिसके बाद सीएम अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव को कारण बताओ नोटिस भेज दिया था और बाद में दोनों को पार्टी से 6 साल के लिए निकालने का फैसला लिया गया.
दरअसल मुलायम सिंह ने जो जारी लिस्ट की थी उसमें शिवपाल की ही बात मानी गई थी और अखिलेश के कई करीबियों के नाम काट दिए गए थे. झगड़ा इसी बात को लेकर बढ़ गया. अखिलेश शुरू से ही मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद को टिकट देने के खिलाफ रहे हैं लेकिन पार्टी की आधिकारिक लिस्ट में इन दोनों का नाम था जबकि अखिलेश के करीबियों के नाम गायब थे.