फिरोजाबाद: राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव ने बिना नाम लिए प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बहुत सारी ऐसी शक्तियां हैं, जो पार्टी को खत्म करने पर तुली हुई हैं. ये शक्तियां कुछ घर के बाहर हैं और कुछ घर के अंदर हैं. वो ये नहीं चाहते कि अखिलेश यादव फिर से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनें. सारी जनता चाहती है, कोई मुख्यमंत्री के खिलाफ नहीं है.
रामगोपाल ने कहा कि मैं हमेशा से अखिलेश के साथ रहूंगा, जो अखिलेश के विरोधी हैं, मेरे भी विरोधी हैं. नेता जी ने मुझे एक जनवरी को बुलाया था लेकिन उससे पहले ही उन्होंने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी, अब किसी समझौते की कोई गुंजाइश नहीं बची है. ये बातें उन्होंने फिरोजाबाद की रैली में कहीं.
समाजवादी पार्टी (SP) में मचे घमासान के बीच शिवपाल यादव ने मुलायम सिंह यादव से मुलाकात खत्म हो गई है. दोनों के बीच करीब एक घंटे तक मुलाकात की. शिवपाल ने आज सुबह ही तीन उम्मीदवारों के नाम बदले हैं. इनकी जगह भोजीपुरा से शहजिल इस्लाम, बंदायूं से आबिज रजा और सैयदराजा से मनोज कुमार सिंह को टिकट दिया गया है. बता दें कि आबिद रजा और उनकी पत्नी फातिमा ने सांसद धर्मेंद्र यादव पर ठेकों में भ्रष्टाचार और अवैध खनन जैसे गंभीर आरोप लगाए थे.
परिवार के सियासी दंगल में आगे क्या हो सकता है ?
- मुलायम और अखिलेश के अंतर वाले 76 नाम की जातियां एक ही हैं, लिहाजा मुलायम थोड़े नरम पड़ सकते हैं और बाद में एक कॉमन लिस्ट जारी कर सकते हैं.
- प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते शिवपाल यादव अखिलेश को पार्टी से निकाल सकते हैं, अगर ऐसा हुआ तो पार्टी टूट जाएगी.
- अखिलेश की लिस्ट रद्द हो सकती है क्योंकि पार्टी सिंबल पर चुनाव लड़ने के लिए अध्यक्ष की लिस्ट ही मान्य होती है.
- पार्टी अध्यक्ष उम्मीदवारों को फॉर्म बी देता है ऐसे में अखिलेश अपने उम्मीवारों को निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए कह सकते हैं.
आजम खान ने सपा में मचे घमासान के लिए अमर सिंह को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति और उसके विचार की गंदगी ने पार्टी को पूरी तरह बर्बादी पर लाकर खड़ा कर दिया है. आजम यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि एक मछली पूरे तालाब को गन्दा कर देती है.