लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी दंगल पार्ट-2 शुरू हो गया है. इनखबर/इंडिया न्यूज के सूत्रों के मुताबिक अखिलेश यादव आपराधिक छवि के लोगो को पार्टी का टिकट और चुनाव चिन्ह देने का विरोध कर रहे हैं. जिसमें प्रमुख रूप से अतीक अहमद मुख्तार अंसारी, अफ़जल अंसारी जैसे लोग शामिल हैं.
वहीं शिवपाल खेमे का कहना है कि अगर ये अपराधी है तो पार्टी में और भी कई लोग है जिन पर मामले दर्ज हैं जिनमें अयोध्या से अभय सिंह और पवन पाण्डेय, भदोही से विजय मिश्रा, कानपुर से कल्लू यादव, गोण्डा से पंडित सिंह और बस्ती से राजकिशोर सिंह हैं. क्या अखिलेश जी इनके टिकट का विरोध नहीं करना चाहिए.
मतलब साफ है कि इस मुद्दे पर दोनों खेमे अपने-अपने हिसाब से सवाल पूछ रहे हैं. एक ओर जहां राज्य के सीएम अखिलेश यादव अपने 402 उम्मीदवारों की सूची जारी की है तो प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव का कहना है कि 176 लोगों को पहले ही उम्मीदवार बनाया जा चुका है.
प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते शिवपाल यादव ने साफ कहा है कि पार्टी में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी. टिकट का बंटवारा जीतने की क्षमता के हिसाब से किया जाएगा. हालांकि पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव से मिलने के बाद अब उन्होंने यह भी कहा है कि पार्टी में किसी तरह कोई फूट नहीं है.
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही अखिलेश और शिवपाल के बीच का झगड़ा मंच और सड़क के बीच में दिखा था. जिसमें मंच पर दोनों के बीच माइक को लेकर छीन-झपटी हुई थी तो अखिलेश के समर्थकों ने एक एमएलसी को भी पीटा था.
पार्टी और परिवार में चल रहे दंगल को शांत करने के लिए तब मुलायम सिंह यादव ने कमान संभाली थी और उसके बाद किसी तरह से मामला शांत कराया गया था लेकिन दोनों के बीच तब भी तल्खियां बरकरार थीं