लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (BSP) मायावती ने रविवार को शिवाजी स्मारक पर 3600 करोड़ खर्च करके भव्य प्रतिमा बनाने के लिए बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि हुए कहा कि उन्हें 3600 करोड़ के शिवाजी स्मारक से समस्या नहीं है. लेकिन हमारे बनवाए हमारे महान दलित और ओबीसी नेताओं के स्मारकों से बीजेपी को क्या समस्या है.
मायावती ने कहा कि ये बीजेपी का दोहरा चरित्र है, एक तरफ वो खुद स्मारक और प्रतिमाओं पर अरबों रुपए खर्च कर रही है वही दूसरी तरफ बीएसपी द्वार बनवाए गए दलितों के स्मारक स्थल और मूर्तियों का विरोध करती है. उन्होंने कहा कि इससे बीजेपी की दलित विरोध मानसिकता का प्रतीक है.
बीएसपी सुप्रीमो ने आगे कहा कि बीएसपी कभी भी महान सन्तों, महापुरुषों और गुरुओं को आदर सम्मान देने के क्रम में उनके नाम से पार्क, भव्य स्मारक और संग्रहालय व पार्क आदि के निर्माण के खिलाफ कतई नहीं है, लेकिन यही काम जब बीएसपी सरकार करती है तो उसकी हमेशा आलोचना क्यों की जाती है और फिर उसे फिजूलखर्ची क्यों बताई जाती है. इससे बीजेपी का दलित विरोधी और पिछड़े वर्ग के प्रति इनकी हीन भावना व जातिवादी मानसिकता भी प्रदर्शित होती है.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई के मरीन ड्राइव के पास अरब सागर में मराठा छत्रपति शिवाजी महाराज के स्मारक का शिलान्यास किया था. इस स्मारक की कुल लागत 3600 करोड़ रुपए है. इस प्रोजेक्ट के लिए महाराष्ट्र सरकार पैसों का इंतजाम करेगी. पहले चरण में सरकार ने 2300 करोड़ रुपए जारी कर दिए हैं.
कैसी होगी प्रतीमा
यह भव्य स्मारक करीब 15 एकड़ फैले द्वीप पर होगी. स्मारक में शिवाजी की दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा लगेगी, जिसकी घोड़े सहित ऊंचाई 192 मीटर होगी. स्मारक का निर्माण 13 हेक्टेयर की चट्टान पर होगा. इस स्मारक में एमपी थिएटर, लाइब्रेरी, फूड कोर्ट जैसी सुविधाएं मिलेंगी.