लखनऊ : उत्तर प्रदेश में सीएम अखिलेश यादव की सरकार के मंत्री रविदास मेहरोत्रा को अदालत ने भगोड़ा घोषित कर दिया है. इसके साथ ही मेहरोत्रा के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी कर दिया गया है.
एक आपराधिक मामले में कोर्ट में पेश न होने के कारण अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (एसीजेएम) कोर्ट ने समाजवादी पार्टी की सरकार के मातृ एवं शिशु कल्याण मंत्री मेहरोत्रा के खिलाफ यह सजा सुनाई है. एसीजेएम ज्ञानेंद्र त्रिपाठी ने यह फैसला सुनाया है. मामले की अगली सुनवाई की अगली तारीख 29 जनवरी निर्धारित की गई है.
क्या है मामला ?
मेहरोत्रा के खिलाफ यह मामला 9 अगस्त 2002 का है. अकबर नगर इलाके में एक अवैध निर्माण हटाने के लिए नोटिस जारी किया गया था, जिसके विरोध में मेहरोत्रा समेत अन्य मुल्जिमों ने कुकरैल बंधे के पास इकट्ठा होकर हंगामा किया था. उन्होंने रास्ता रोक लिया था, जिसकी वजह से आम जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था.
कौन हैं रविदास मेहरोत्रा ?
रविदास मेहरोत्रा सपा सरकार में मातृ एवं शिशु कल्याण मंत्री हैं. वह लखनऊ (मध्य) विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक हैं. मेहरोत्रा इससे पहले तब खबरों में आए थे जब उन्होंने अपनी ही सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए थे, उन्होंने सवाल उठाया था कि कुपोषण के शिकार हुए बच्चों में विकलांग बच्चों का आंकड़ा सरकार के पास नहीं है.