नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और उनके नेताओं की मुलाकात पर पूरे विपक्ष खासी नाराजगी देखी गई है. विपक्षी दलों के नेताओं ने कहा है कि राहुल गांधी ने अकेले जाकर पीएम मोदी से मिलने जाने की जरुरत क्यों पड़ गई. क्या सिर्फ कांग्रेस को ही किसानों की चिंता है, बाकि पार्टियों को नहीं.
विपक्षी दलों के साथ-साथ कांग्रेस के अंदर भी इस मुलाकात को लेकर घमासान जारी है. पार्टी के बड़े नेताओं का ऐन वक्त पर प्रधानमंत्री से मुलाकात के लिए जानकारी दी गई और उनसे मुलाकात के लिए कहा गया. सूत्रों के मुताबिक पार्टी के बड़े नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक चिट्ठी लिखी है जिसमें पीएम से कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात को लेकर नाखुशी जाहिर की गई है.
बता दें कि 16 दिसंबर को विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से मिले थे लेकिन प्रधानमंत्री से मुलाकात नहीं की थी. नोटबंदी के बाद किसानों को ही रही परेशानियों के मद्देनजर राहुल गांधी किसानों के प्रतिनिधिमंडल की मांग के साथ प्रधानमंत्री मोदी से मिले थे. राहुल ने पीएम मोदी को किसानों के कर्ज माफी को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा था.
कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल में राहुल गांधी के अलावा गुलाम नबी आजाद, ज्योतिरादित्य सिंधिया, आनंद शर्मा, मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रमोद तिवारी, राजबब्बर, रवनीत बिट्टू और दूसरे नेता भी शामिल हुए थे. कांग्रेस पीएम मोदी से किसानों की कर्ज माफी, समर्थन मूल्य बढ़ाने की मांग और बिजली बिल आधा करने के लिए मिला था.