नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) अध्यक्ष मायावती पर पलटवार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उनका हमला पूरी तरह राजनीतिक रूप से प्रेरित था क्योंकि वह उनके नोटबंदी के फैसले से परेशान हैं, जिसमें उनकी पार्टी की कथित अवैध धनराशि को बिल्कुल बेकार कर दिया.
‘PM मोदी की नीतियों से हताश हैं मायावती’
बीजेपी ने मायावती पर गरीबों और दलितों के नाम पर राजनीति करते हुए भ्रष्टाचार का आरोप लगाया. बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने दावा किया कि मायावती गरिबों और दलितों के कल्याण के उद्देश्य वाली पीएम मोदी की नीतियों से पूरी तरह हताश हैं. पीएम मोदी ने जिस दिन सत्ता संभाली थी उसी दिन घोषणा कर दी थी कि उनकी सरकार गरीब, मजदूर सबके कल्याण को समर्पित होगी.
PM मोदी की नीति गरिबों के लिए
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की सारी योजना, चाहे वह जीवन और स्वास्थ्य बीमा योजना, मुद्रा योजना या फिर उज्ज्वला योजना हो इसी दिशा में उठाया गया कदम है. शर्मा ने कहा कि जिन लोगों ने गरिबों और दलितों के नाम पर पैसा जुटाया है वे मोदी सरकार की कल्याण वाली नीतियों से परेशान और हताश हैं. उन्होंने कहा कि मायावती द्वारा लगाए गए आरोप पूरी तरह राजनीतिक रूप से प्रेरित और आधारहीन हैं.
मायावती ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस हिंदुत्व थोपना चाहते हैं. मायावती ने कहा, ‘डॉ. अम्बेडकर ने संविधान का प्रारूप धार्मिक समानता के आधार पर तैयार किया था, लेकिन बीजेपी और आरएसएस ने इसे स्वीकार नहीं किया. वे लोगों पर हिंदुत्व थोपना चाहते हैं.’ उन्होंने कहा कि पीएम मोदी खुद तो फकीर नहीं हैं, लेकिन भारत की 90 फीसदी जनता को उन्होंने फकीर जरूर बना दिया है. नोटबंदी का फैसला बिना सोचे-समझे, बिना तैयारी के लिया गया. आज लोग अपने ही पैसे पाने के लिए लाचार हैं, अपनी जान गंवा रहे हैं.