राज बब्बर ने 2G स्पेक्ट्रम केस में UPA सरकार में मंत्री रह चुके ए. राजा और द्रमुक सांसद कनिमोझी सहित सभी आरोपियों को बरी किए जाने पर राहुल को पार्टी के लिए शुभ बताया. राज बब्बर ने ट्विटर पर लिखा, 'सत्य विचलित हो सकता है, पराजित कभी नहीं होता. कांग्रेस निष्कलंक है, ये तो साबित होना ही था लेकिन फैसले की घड़ी इससे बेहतर नहीं हो सकती थी. राहुलजी का अध्यक्ष बनना पार्टी के लिए शुभ है.'
नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर ने राहुल गांधी को कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष बनाए जाने पर उन्हें पार्टी के लिए शुभ बताया है. राज बब्बर ने 2G स्पेक्ट्रम केस में UPA सरकार में मंत्री रह चुके ए. राजा और द्रमुक सांसद कनिमोझी सहित सभी आरोपियों को बरी किए जाने पर राहुल गांधी को पार्टी के लिए शुभ बताया. 2G केस में फैसला आने के बाद राज बब्बर ने ट्विटर पर लिखा, ‘सत्य विचलित हो सकता है, पराजित कभी नहीं होता. कांग्रेस निष्कलंक है, ये तो साबित होना ही था लेकिन फैसले की घड़ी इससे बेहतर नहीं हो सकती थी. राहुलजी का अध्यक्ष बनना पार्टी के लिए शुभ है.’
2G स्पेक्ट्रम केस में गुरुवार को फैसला सुनाया गया. UPA सरकार में मंत्री रहे ए. राजा और कनिमोझी सहित सभी आरोपियों को सीबीआई की विशेष अदालत ने बरी कर दिया. जस्टिस ओपी सैनी ने केस का फैसला सुनाया. कोर्ट का फैसला आते ही कांग्रेस बीजेपी पर हमलावर हो गई और सत्ता के गलियारों में बयानबाजी की जाने लगी. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस बारे में कहा कि हम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं. सत्ताधारी पार्टी द्वारा तत्कालीन UPA सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार किया गया था. कोर्ट के फैसले से सारे आरोप बेबुनियाद साबित हुए. फैसले से साफ होता है कि बीजेपी ने खराब नीयत से UPA सरकार पर ये आरोप लगाए थे.
Truth can be subdued momentarily – but can never be defeated.
That Congress will emerge unscathed was always certain but the timing of the 2G verdict could not have been more opportune. Rahulji's ascendance as our supreme leader is proving auspicious.#CongressIsClean
— Raj Babbar (@RajBabbar23) December 21, 2017
कांग्रेस के आरोपों पर जवाब देने के लिए वित्त मंत्री अरुण जेटली सामने आए. अरुण जेटली ने कहा कि 2G स्पेक्ट्रम के लाइसेंस आवंटन की प्रक्रिया में भ्रष्टाचार हुआ था. तत्कालीन UPA सरकार ने ‘पहले आओ, पहले पाओ’ की नीति को ‘पहले पे करो, पहले पाओ’ बना दिया था. इस मामले में अनियमितता हुई थी. जेटली ने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी इस फैसले को सम्मान के प्रतीक के तौर पर देख रही है जबकि हकीकत यह है कि इस पूरी प्रक्रिया में घोर अनियमितताएं बरती गईं. कांग्रेस नेता इसे किसी तमगे या सर्टिफिकेट की तरह मान रहे हैं लेकिन कांग्रेस इसे अपनी ईमानदारी का सर्टिफिकेट न माने. जांच एजेंसियां इस पर ध्यान देंगी.