लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से खातों की जानकारी देने के फरमान के बाद से उत्तर प्रदेश में बीजेपी विधायकों में खलबली मच गई है.
मिली जानकारी के मुताबिक बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और मेरठ से विधायक लक्ष्मीकांत बाजपेई को छोड़कर किसी ने भी विधानसभा सचिववालय में अपने खातों की जानकारी नहीं दी है.
जबकि नियम के मुताबिक 30 जून तक सभी विधायकों को इसकी जानकारी देने थी. विधानसभा सचिववालय ने सभी विधायकों के लिए यह नियम लागू किया था. शायद कोई दंड का प्रावधान न होने की वजह से ‘माननीयों’ ने इसको ज्यादा तवज्जो नहीं दी है.
लेकिन नोटबंदी के बाद से बीजेपी के नेताओं पर लग रहे आरोपों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी के सभी सांसदों और विधायकों को पिछले 2 महीने की बैंक स्टेटमेंट सार्वजनिक करने का निर्देश दे दिया है. इसके बाद बीजेपी के विधायक अपने-अपने खाते खंगाल रहे हैं.
यूपी में विधानसभा में इस समय 41 विधायक हैं. जिसमें कई दूसरे दलों से भी शामिल हुए हैं. माना जा रहा है कि इस बार पार्टी टिकट देने में इन सभी पहलुओं का ध्यान रखेगी. अब देखने के वाली बात यह होगी कि इनमें से कितने विधायक यह ‘अग्नि परीक्षा’ आसानी से पास कर लेंगे.