पटना. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि उनके विरोधी उनकी राजनीतिक हत्या करना चाहते हैं. उन्होंने यह बात लोक जनशक्ति पार्टीके अध्यक्ष रामविलास पासवान के उस बयान के बाद कही है जिसमें पासवान ने कहा था कि अगर नीतीश फिर से एनडीए में शामिल होना चाहें तो उनका स्वागत है.
बता दें कि पासवान ने यह बात नीतीश की तरफ से नोटबंदी के फैसले का समर्थन करने पर कही. हालांकि सोमवार को जेडीयू के विधानमंडल के साथ मीटिंग करते हुए नीतीश ने स्पष्ट कर दिया कि कालेधन पर रोक लगाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र के नोटबंदी के फैसले का समर्थन करने का मतलब बीजेपी का समर्थन करना नहीं है.
नीतीश ने साफ तौर पर कहा कि किसी मुद्दे पर समर्थन करने को राजनीति से जोड़ कर देखना सही नहीं है. इसके अलावा बिहार के मुख्यमंत्री ने मीडिया में चल रही बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और पीएम मोदी से उनकी मुलाकात करने की खबरों को सिरे से खारिज कर दिया है.
नीतीश ने सोमवार को यह स्पष्ट कर दिया कि उनका बीजेपी में शामिल होने का कोई इरादा नहीं है. इसके साथ ही नीतीश ने अमित शाह के ट्वीट और उनके भाषण जिसमें उन्होंने नोटबंदी के समर्थन के लिए नीतीश को धन्यवाद कहा था उसके बाद शुरू हुई राजनीतिक अटकलों पर विराम लगा दिया.
नीतीश ने मीडिया पर तंज कसते हुए कहा कि उनके बयानों की अलग तरह से व्याख्या की जा रही है. इस तरह से उनके राजनीतिक जीवन की हत्या करने का प्रयास किया जा रहा है.
बता दें कि नीतीश कुमार ने पीएम मोदी के नोटबंदी के फैसले का स्वागत करते हुए कहा था कि इससे कालेधन पर रोक लगेगी और वे इस फैसले का समर्थन करते हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी को बेनामी संपत्ति और शराबबंदी पर भी हिट करना चाहिए. नीतीश के समर्थन के बाद से ही उनकी तरफ से बीजेपी के समर्थन करने की खबर जोर पकड़ने लगी थीं.