नोटबंदी पर महाराष्ट्र की मुहर: लोकल चुनाव में BJP-सेना की दिवाली, कांग्रेस-NCP का दिवाला

महाराष्ट्र स्थानीय चुनावों में बीजेपी को जबरदस्त जीत हासिल हुई है, जबकि शिवेसना नंबर दो पार्टी बनकर उभरी है. नगरपालिका के चुनावी नतीजे बीजेपी और शिवसेना के लिये खुशियां लेकर आये हैं, जबकि काग्रेस और एनसीपी का सूपड़ा साफ हो गया है.

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नोटबंदी पर महाराष्ट्र की मुहर: लोकल चुनाव में BJP-सेना की दिवाली, कांग्रेस-NCP का दिवाला

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  • November 28, 2016 4:20 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
महाराष्ट्र : महाराष्ट्र स्थानीय चुनावों में बीजेपी को जबरदस्त जीत हासिल हुई है, जबकि शिवेसना नंबर दो पार्टी बनकर उभरी है. नगरपालिका के चुनावी नतीजे बीजेपी और शिवसेना के लिये खुशियां लेकर आये हैं, जबकि काग्रेस और एनसीपी का सूपड़ा साफ हो गया है.
 
147 नगर पालिका और 17 नगर पंचायतों चुनावों में सत्तारुढ बीजेपी और शिवसेना ने बाजी मारी है. इन चुनावी नतीजों से साफ हो गया कि नोटबंदी से खुश आम जनता ने बीजेपी और शिवसेना के हक में वोट दिया और हंगामा मचाने वाली कांग्रेस और एनसीपी को पटखनी दी है.
 
मुंबई से सटे कोंकण से लेकर पश्चिम महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और विदर्भ में बीजेपी और शिवसेना ने बाजी मारी, वहीं नतीजे कांग्रेस और एनसीपी के लिये तगडा झटका देने वाले रहे. मिनी विधानसभा चुनाव माने जाने वाले स्थानीय निकाय के करीब तीन हजार सीटों पर हुये चुनाव में बीजेपी ने शिवसेना के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा और बड़ी जीत हासिल की.
 
कांग्रेस और एनसीपी अलग अलग चुनावी समर में उतरे. कुल 16,840 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे थे. 147 नगर परिषदों की अध्यक्ष कुर्सी के लिये 113 उम्मीदवार चुनाव लड़े, जबकि 17 नगर पंचायतों की 3,706 सीटों के लिये 15,827 उम्मीदवारों ने किस्मत आजमाई थी.
 
दशकों से था कांग्रेस-एनसीपी का कब्जा
चुनावी नतीजे कांग्रेस और एनसीपी के गढों में मायूसी लेकर आया है. सूबे में स्थानीय निकायों में कांग्रेस और एनसीपी दशकों से काबिज थी. महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 1293 सीटों पर कांग्रेस काबिज थी, जबकि शरद पवार की एनसीपी 1300 सीटों पर सत्ता में थी. 437 सीटें बीजेपी और शिवसेना 454 सीटों पर ही काबिज थी, लेकिन चुनावी नतीजों ने स्थानीय निकाय में काबिज कांग्रेस और एनसीपी को मतदाताओं ने उखाड़ फेंका.
 
पूर्व सी एम पृथ्वीराज चव्हाण और नारायण राणे के गृहनगर में कांग्रेस के पांव उखड़ गये. स्थानीय निकाय चुनावों में एनसीपी के गढ़ में बीजेपी ने पवार खेमें को पटखनी दे दी. इन नतीजों से ये भी साफ हो गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ छिड़ी नोटबंदी के तौर पर देशहित की लड़ाई में महाराष्ट्र की जनता बीजेपी के पूरी तरह साथ खड़ी है और विपक्ष का स्थानीय निकाय चुनाव में सूपड़ा साफ कर महाराष्ट्र के वोटरों ने कांग्रेस और एनसीपी को उसकी जगह दिखा दी है.   
 
सूबे के ये नतीजे बीजेपी और शिवसेना के लिये नई सौगात लेकर आये वो भी उस वक्त में जब विपक्ष नोटबंदी को लेकर बीजेपी के खिलाफ दुष्प्रचार में जुटा है। इस जीत से महाराष्ट्र के सी एम देवेंद्र फणनवीस की सूबे की सियासत में मजबूत होती सियासी पकड भी साबित करता है। और आने वाले साल में बीएमसी चुनाव में  बीजेपी को इस जीत का फायदा होने की उम्मीद बांधता है.
 
चुनाव परिणामों पर एक नजर
147 नगरपालिका और 17 नगर पंचायत के चुनावी नतीजों में बीजेपी नंबर एक पार्टी बनी, 51 नगरपालिकाओं पर बीजेपी जीती, जबकि शिवसेना को 25 और कांग्रेस 24. विपक्षी पार्टी एनसीपी 14 पर सिमट गयी. 29 नगरपालिकाओं पर निर्दलीयों का कब्जा हो गया है.

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