नई दिल्ली. कालेधन पर रोक लगाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले का विपक्ष लगातार विरोध कर रही है. वहीं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) मायावती ने कहा है कि हम कालेधन के खिलाफ नहीं है लेकिन केंद्र सरकार के इस तरह लिए गए फैसले के खिलाफ हैं. उन्होंने कहा कि संसद के बाहर प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी लंबी चौड़ी बाते करते हैं लेकिन सदन में आकर बयान देने की हिम्मत नहीं है.
मायावती ने कहा कि भारत बंद से लोगों को समस्याएं होती हैं इसलिए बसपा आक्रोश दिवस में शामिल है, भारत बंद में नहीं है, विरोध करने का ये हमारा तरीका है. बसपा सुप्रीमो ने आगे कहा कि बीजेपी ने कहा है कि विपक्ष ने भारत बंद बुलाया है, लेकिन नोटबंदी के चलते प्रधानमंत्री ने पहले से ही भारत बंद कर दिया था.
वामपंथी दलों ने भारत बंद की घोषणा के साथ ही बिहार में ट्रेन रोक कर अपना विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है. बिहार के दरभंगा में जहां संपर्क क्रांति एक्सप्रेस को रोका गया तो वहीं जहानाबाद में जनशताब्दी एक्सप्रेस को भी रोक दिया गया है.
हालांकि कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि कांग्रेस भारत बंद का समर्थन नहीं करती क्योंकि उससे जनता को परेशानी होगी, लेकिन उनकी पार्टी नोटबंदी के विरोध में जन आक्रोश दिवस मना रही है. वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी कहा था कि उनकी पार्टी भारत बंद का समर्थन नहीं करती है और इसमें शामिल भी नहीं होगी.
बता दें कि विपक्ष लगातार नोटबंदी के फैसले का विरोध कर रहा है. संसद में भी इसके विरोध में आए दिन हंगामा हो रहा है. भारत बंद के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार कालेधन के विरोध में नोटबंदी कर रही है तो वहीं विपक्ष भारत बंद करने में लगा हुआ है.