कोयम्बटूर: केंद्रीय टेक्सटाइल मिनिस्टर स्मृति ईरानी ने अपनी चप्पल की मरम्मत करने वाले को 10 रुपए की जगह 100 रुपए दिए. स्मृति तमिलनाडु में ईशा फाउंडेशन को एक सत्र को संबोधित करने आयी थी.
दरअसल केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ईशा फाउंडेशन के एक सत्र को संबोधित करने तमिलनाडु आयी थी. उड़ान से उतरते वक़्त उनकी छप्पल की एक पट्टी टूट गई.
उन्होंने चप्पल की मरम्मत करने वाले को ढूंढना चाहा पर एयरपोर्ट के पास उन्हें चप्पल की मरम्मत करने वाला कोई व्यक्ति नहीं मिला. बाद में वह टूटी चप्पल पहने ही एयरपोर्ट से सत्र को संबोधित करने के लिए निकल गयी.
एयरपोर्ट से ईशा फाउंडेशन जाने के रास्ते में हवाई अड्डे से 16 किलोमीटर दूर पेरूर में उन्हें चप्पल की मरम्मत करने वाला व्यक्ति मिला. स्मृति वाहन से उतरकर अपनी चप्पल मरम्मत करने वाले व्यक्ति को दी और खुद एक स्टूल पर बैठ गईं.
चप्पल की मरम्मत करने वाले ने स्मृति से 10 रुपए की मांग की पर स्मृति ने उन्हें 100 रुपए का नोट देते हुए कहा कि ‘चेंज वेंडा’ जिसका हिंदी में अर्थ होता है कि छुट्टे की जरूरत नहीं हैं.
ज्यादा पैसे मिलने से चप्पल की मरम्मत करने वाला खुश हो गया और चप्पल में कुछ और टांके लगा दिए.