कोलकाता. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कालेधन को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले का विरोध करते हुए कहा है कि इस फैसले से आम जनता की व्हाइट मनी छिन गई है. उन्होंने कहा, ‘इस फैसले से काला धन और भी काला हुआ है, व्हाइट मनी आम जनता से छीन कर ली गई है.’
ममता ने पीएम मोदी के फैसले का कड़ा विरोध करते हुए कहा है कि रोज-रोज नए बदलावों की घोषणा करने की बजाए केंद्र सरकार को एक विधिवत प्लान तैयार करना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘आए दिन नई-नई घोषणाएं करने के बजाए केंद्र सरकार को एक निश्चित प्लान तैयार करना चाहिए.’
ममता ने कहा कि सरकार के इस फैसले से लोवर मिडल क्लास, ट्रेडर्स, दिहाड़ी मजदूर और गृहणियां बुरी तरह प्रभावित हुई हैं. उन्होंने कहा कि सरकार खुद कन्फ्यूज है अपने फैसले से. ममता ने कहा, ‘8 नवंबर के बाद से सरकार ने 15 फैसले वापस लिए हैं, इसका तो यही मतलब हुआ कि सरकार खुद अपने फैसले से कन्फ्यूज है.’
बता दें कि कालेधन को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर को 500 और 1000 के नोट बंद करने का ऐलान कर दिया था, जिसके बाद से ही यह नोट बंद कर दिए गए हैं, केवल कुछ ही जरूरी कामों के लिए इन नोटों के इस्तेमाल के लिए कुछ दिनों की परमिशन दी गई है.
पीएम मोदी के इस फैसले का ममता के अलावा, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, बीएसपी प्रमुख मायावती ने भी विरोध किया है. ममता ने इससे पहले भी दिल्ली में सीएम केजरीवाल के साथ नोटबंदी के विरोध में रैली की थी.