नई दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के आजादपुर मंडी में नोटबंदी को लेकर मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला. इस दौरान रैली में उन्होंने कहा कि पहले लगता था कि मोदी जी ईमानदार हैं, लेकिन हाल के दिनों में साबित हो गया कि वे ऐसा कुछ भी नहीं है. अडानी और अंबानी के घर नोटों की डिलीवरी हो रही है.
अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘मैंने पूछा 2000 के नोट लाने से भ्रष्टाचार कैसे खत्म होगा. पहले घूस देने के लिए कोई 50 रुपये ले जाता था, अब 2000 देगा. नोटबंदी से जहां देश की जनता परेशान है वही गुजरात में 2000 घूस लिए जा रहे हैं. हमें एटीएम से पैसे नहीं मिल रहे और घूस ले रहे हैं. यह आजाद भारत का सबसे बड़ा घोटाला है. यह घोटाला कुल 8 लाख रुपये का है. सरकार ने बड़े लोगों को 8 लाख का कर्ज दिया था जिसे दबाने के लिए नोटबंदी हुई.’
उन्होंने कहा, ‘बाजार में रोटी, दवा, दूध नहीं मिल रहा और प्रधानमंत्री जी ने बड़े नोट बंद कर दिए. उनका कहना है कि इससे भ्रष्टाचार खत्म होगा. पूरी दुनिया जानती है कि हमने अन्ना हजार जी के साथ भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए अनसन किया. उस वक्त मैं कांग्रेस की सरकार के खिलाफ अनशन किया. जब लोग रॉबर्ट वाड्रा का नाम लेते हैं, उनका नाम हमने उजागर किया.’
केजरीवाल ने आगे कहा कि हमने हमेशा से देश में भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए जान लगा दी. हमारी मोदी से कई मुद्दों पर असहमति है लेकिन उनके सही कदम पर साथ दिया. स्वच्छ भारत अभियान, योग दिवस से लेकर सर्जिकल स्ट्राइक तक मोदी जी का हमने साथ दिया.
उन्होंने कहा कि माल्या के ऊपर 8 हजार करोड़ रुपये का लोन था उसे मोदी ने रात को जहाज में बिठा कर लंदन भेज दिया. बैंक के बाहर कोई उद्योगपति नहीं दिखाई दे रहा है.