बताया जा रहा है कि सोनिया गांधी अपनी खराब तबीयत के कारण ये फैसला ले सकती हैं.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक सोनिया गांधी स्वास्थ्य ठीक न होने के कारण पहले से ही इस्तीफा देना चाहती थीं. लेकिन, पार्टी के पुराने नेताओं का सोचना था कि अगले साल होने वाले दो प्रमुख राज्यों में चुनाव न होने तक, वह पद पर बनी रहें.
कार्यकारिणी में उठी थी मांग
सूत्रों का कहना है, ‘सोनिया गांधी चुनाव के बाद अध्यक्ष पद छोड़ सकती हैं. वह कार्यकाल पूरा करने के पक्ष में नहीं हैं.’ वहीं, राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने पर सूत्रों ने कहा, ‘यह चुनाव से पहले होने का अनुमान नहीं है. हालांकि, प्रक्रिया शुरू हो चुकी है’.
अगले साल फरवरी से मार्च के बीच दो राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. कांग्रेस पार्टी के गिरते जनाधार के बीच उसके लिए ये चुनाव बेहद अहम हैं. ऐसे में पार्टी में कोई बड़ा फेरबदल नहीं करना चाहती.
हालांकि, राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने की चर्चा पहले से ही चलती आ रही है. हाल ही में हुई कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक में राहुल गांधी को नाम अध्यक्ष पद के लिए तय भी किया गया था. लेकिन, फिर बैठक में सोनिया गांधी का कार्यकाल एक साल के लिए और बढ़ा दिया गया.