बड़े नोटों पर बंटी कांग्रेस, पार्टी के नेता दे रहे हैें अलग-अलग बयान

बड़े नोट बैन करने के फैंसले पर कांग्रेस दो सुरों में बट गई हैं. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने जहां इस फैसले को गरीब विरोधी बताया वहीं कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने इस फैसले पर मोदी सरकार की सराहना की है.

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बड़े नोटों पर बंटी कांग्रेस, पार्टी के नेता दे रहे हैें अलग-अलग बयान

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  • November 9, 2016 12:11 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली. बड़े नोट बैन करने के फैंसले पर कांग्रेस दो सुरों में बट गई हैं. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने जहां इस फैसले को गरीब विरोधी बताया, वहीं कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने इस फैसले पर मोदी सरकार की सराहना की है.
 
 
जनार्दन द्विवेदी ने कहा है कि ऐसा लगता है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लोकसभा चुनाव के दौरान किए गए वादे याद आने लगे हैं और शायद ये उसी दिशा में उठाया गया कदम है.
 
 
जनार्दन द्विवेदी ने कहा कि अगर मैं सामान्य रुप से टिप्पणी करूं तो चलो अच्छा हुआ कि एक दिन के लिए ही सही भारत में समाजवाद आ गया. आज का दिन यानी 9 नवंबर के दिन बहुत पैसे वाले और जिनके पास कुछ नहीं है साधारण लोग हैं करीब-करीब एक जैसे हो गए तो उन्हें अच्छा लग रहा होगा.
 
 
द्विवेदी ने कहा कि अब इस फैसले पर सफलता पूर्वक काम हो, जिस उद्देश्य की घोषणा हुई है, वो उद्देश्य पूरा हो. ये फैसला एक दो दिन के लिए नहीं, निरंतर चले. काला धन के लिए पर रोक लगे, सामान्य लोगों का जीवनस्तर कुछ बढ़े, आतंकवादियों को इस देश में साधन न मिले, उनका इस देश की सीमा न पार कर पाएं, अर्थव्यवस्था में सुधार आए, बाजार की मंदी कुछ कम हो. अब ये सब सारी चीजें निरंतर रुप से चले तो हम जरुर सरकार का साथ देंगे और मदद भी करेंगे.
 
 
बता दें कि राहुल ने बड़े नोट के बैन को लेकर केंद्र सरकार की फैसले की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को देश के आम लोगों का बिल्कुल भी ख्याल नहीं रहा, असली काला धन तो रियल एस्टेट और विदेशों में रखा हुआ है. साथ ही कांग्रेस उपाध्यक्ष ने 2000 के नोट की उपयोगिता पर सवाल उठाए. 

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