मुंबई. फिल्म अभिनेता से बीजेपी सांसद बने शत्रुघ्न सिन्हा ने एक बार फिर से अपनी पार्टी को लेकर कड़े तेवर अपना लिए हैं. इस बार उन्होंने रैंक वन पेंशन (OROP) मामले में बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि केंद्र सरकार को समझना पड़ेगा कि विरोधी दल के नेता हमारे दुश्मन नहीं हैं.
दरअसल, बिहारी बाबू शत्रुघ्न सिन्हा ने ट्वीट कर दिल्ली में पूर्व फौजी रामकिशन ग्रेवाल की आत्महत्या और इसके बाद अरविंद केजरीवाल और राहुल गांधी को हिरासत में लिए जाने पर शत्रुघ्न सिन्हा ने अपनी ही पार्टी की निंदा की है. उन्होंने इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि इससे सरकार की किरकिरी हुई है. केंद्र सरकार को समझना पड़ेगा कि विरोधी दल के नेता हमारे दुश्मन नहीं हैं.
उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि दिल्ली में उत्पन्न हालात को और बेहतर तरीके से संभाला जा सकता था. जाहिर सी बात है शत्रुघ्न सिन्हा का निशाना खुद अपनी सरकार पर था. उन्होंने ट्वीट किया, ‘काश दिल्ली में पूर्व सैनिक के आत्महत्या के बाद उत्पन्न हालात को बेहतर, परिपक्व, व्यवहारिक और निष्पक्ष तरीके से संभाला गया होता.’
उन्होंने आगे यह भी लिखा है कि ‘ऐसे राजनेता जिनके समर्थक हैं, जो समाज के लिए जरूरी हैं, उन्हें हिरासत में लिया गया इतना ही नहीं उन पर बल प्रयोग भी किया गया. उन्होंने कहा हम क्यों नहीं समझ पा रहे हैं कि विरोधी दल के नेता दुश्मन नहीं हैं. हम क्या साबित करना चाह रहे हैं कि सत्ता स्थायी होती है?