समाजवादी पार्टी में चल रहे महाभारत के बीच सपा से राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने अपनी चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने साफ तौर कह दिया है पारिवारिक झगड़े में उनका कोई रोल नहीं है. उन्होंने अपने ऊपर लगे परिवार तोड़ने के आरोप को सिरे से खारिज कर दिया है. उन्होंने यहां तक कह दिया कि यदि उनकी बलि से समस्या का का समाधान होता है तो मेरी बलि चढा़ दो.
अमर ने कहा कि अगर मुलायम सिंह कहते हैं तो मैं अलग हो जाऊंगा. मुझे राजनीति में रहने का शौक नहीं. मैंने रामगोपाल को नपुंसक नहीं कहा. हां, दो बार हल्की बातें कही थींं अगर उन्हें बुरा लगा तो माफ़ी मांगता हूं. कभी कभी खून के रिश्ते से बड़ा मित्रता का रिश्ता होता है. अगर मेरे हटने से समस्या का समाधान होता है तो मेरी बलि दे दो.’