समाजवादी पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर बिसात बिछानी शुरू कर दी है. अभी तक आए न्यूज चैनलों के सर्वे में बीजेपी को नंबर वन पार्टी बताई जा रही है.
लखनऊ- समाजवादी पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर बिसात बिछानी शुरू कर दी है. अभी तक आए न्यूज चैनलों के सर्वे में बीजेपी को नंबर वन पार्टी बताई जा रही है.
हालांकि सर्वे में उसे पूर्ण बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है. वहीं दूसरे और तीसरे नंबर की लड़ाई में सपा-बसपा में कांटे की टक्कर है. अभी तक चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं हुई.
लेकिन सभी दलों ने चुनाव अभियान शुरू कर दिया है. वहीं बात करें चुनावी समीकरणों की तो सपा अब बिहार की तर्ज पर महागठबंधन बनाने की जुगत में है. इसके लिए मुलायम सिंह यादव ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल को दिल्ली भेजा है ताकि वह ‘जनता दल परिवार’ के नेताओं से बात कर उनको इसके लिए तैयार कर सकें.
शिवपाल दिल्ली में राष्ट्रीय लोकदल के अजित सिंह, जेडीयू के शरद यादव, पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा सहित तमाम नेताओॆं को पार्टी के रजत जयंती समारोह में हिस्सा लेने के लिए न्योता भी देंगे.
वहीं खबर यह भी है कि यूपी कांग्रेस के नेताओं ने भी पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी को सलाह दी है कि विधानसभा चुनाव में गठबंधन कर चुनाव करना चाहिए.
वहीं मुलायम सिंह यादव कांग्रेस को भी उस महागठबंधन को शामिल करने के पक्ष में हैं. अगर ऐसे में यह गठबंधन चुनाव से पहले बन गया तो बीजेपी के लिए बड़ी मुश्किल साबित हो सकती है.
बीजेपी हारी तो होंगे ये 5 कारण
1- बीजेपी के खिलाफ पड़ने वाले वोट एक ही जगह जाएंगे जैसा बिहार में हुआ था.
2- बीजेपी इस चुनाव में भी बिना चेेहरे के चुनाव में उतरेगी जबकि महागठबंधन की ओर से निश्चित तौर पर एक नेता जरूर होगा.
3- सांप्रदायिकता के नाम पर मुसलमानों का वोट भी एक मुश्त महागठबंधन को जाएगा.
4- पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बड़ी संख्या में जाट अजित सिंह के साथ जाते दिखाई दे रहे हैं.
5- राहुल गांधी की किसान यात्रा का अच्छा-खासा असर यूपी में देखा गया था जिसका फायदा भी महागठबंधन को मिल सकता है अगर कांग्रेस महागठबंधन में शामिल हुई तो.
6- महागठबंधन के नेता अगर बीएसपी सुप्रीमो मायावती को भी मिला लें तो बीजेपी की हार निश्चित हो जाएगी. हालांकि ऐसा होना काफी मुश्किल है.