जालंधर. पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. हर राजनीतिक पार्टी ने इसमें अपना दम-खम दिखाने के लिए कमर कस ली है. केन्द्र में मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस भी पंजाब में जीत पाने के लिए जोर-शोर से प्रचार कर रही है. जीत की बेचैनी कांग्रेस को इतनी है कि उसने राज्य में किसानों की संख्या को ही दोगुना कर दिया.
राज्य में किसानों को लुभाने के लिए पार्टी किसानों की कर्ज माफी का अभियान चला रही है. कांग्रेस ने 12 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक कर्ज माफी योजना चलाई थी. इस किसान कर्ज माफी योजना ”कर्जा कुर्की खतम, फसल दी पूरी रकम” को जबर्दस्त रिस्पांस भी मिल रहा है. ऐसा रिस्पांस कि ”कर्ज से डूबे किसान’ जिन्होंने योजना के लिए अब तक आवेदन किया है, उनकी संख्या राज्य में किसानों की आधिकारिक संख्या की दोगुनी हो गई है.
लोगों की मिली जबर्दस्त प्रतिक्रिया
लोगों के इस जबर्दस्त प्रतिक्रिया को देखकर कांग्रेस ने 10 लाख और ‘मांगपत्र’ बंटवाने का फैसला किया है. इसके तहत् पार्टी ने 4 नवंबर तक अपने कार्यकर्ताओं से इन फॉर्म्स को भरवाने को कहा है. नेशनल सैंपल सर्वे ऑफिस के अनुसार, पंजाब में 14 लाख किसान परिवार हैं. हालांकि पंजाब कांग्रेस द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर पार्टी ने अब तक किसानों से 29 लाख मांगपत्र भरवाए हैं. पार्टी ने इसके लिए मंडियों से लेकर गांवों तक का दौरा किया.
आकंड़ों के अनुसार पंजाब में 13,000 से ज्यादा गांव हैं, इसमें से नौ हजार से ज्यादा गांवों तक कांग्रेस के कार्यकर्ता पहुंच चुके हैं. आधिकारिक आंकड़ों की अगर मानें तो पंजाब में किसानों पर करीब 70,000 करोड़ रुपए का कर्ज है.
किसानों की संख्या कर दी दोगुनी!
प्रशांत किशोर के करीबी और पंजाब में कांग्रेस के प्रचार में मुख्य भूमिका निभा रहे डोनिल शर्मा ने कहा कि उनके घर-घर अभियान और बस यात्रा के दौरान किसानों से 29 लाख फॉर्म भराए गए हैं. ये बताने पर कि पंजाब में करीब 14 लाख किसान परिवार हैं, तो उन्होंने स्वीकार किया कि दोहराव हुआ है. उन्होंने कहा, ‘हम इस प्रक्रिया के बाद हर फॉर्म को डिजिटलाइज करेंगे तभी कर्ज में डूबे किसानों की असली संख्या सामने आ सकेगी.’ हालांकि डोनिल ने दावा किया कि इस पूरी कवायद से न सिर्फ किसानों बल्कि पंजाब के खेतिहर मजदूरों के कर्ज की स्थिति भी साफ हो जाएगी.