लखनऊ. समाजवादी पार्टी में जारी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसी घमासान के बीच शनिवार को समाजवादी पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक होने वाली है. लेकिन इस बैठक में अखिलेश यादव के जाने की संभावना नहीं है. प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक से एक दिन पहले शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के सीएम अखिलेश यादव ने भी सभी विधायकों, एमएलसी और जिलाध्यक्षों की मीटिंग बुलाई. इससे ये अंदेशा लगाया जा रहा है कि शायद अखिलेश अब अकेले ही विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं.
देश के सबसे बड़े सियासी परिवार में चल रहे घमासान के बीच आज प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक होने वाली है. मुख्यमंत्री अखिलेश कार्यकारिणी के सदस्य नहीं है, इसलिए उनके इसमें उनके जाने की संभावना बहुत कम है. इससे पहले सीएम अखिलेश के साथ मुख्यमंत्री आवास में बैठक करके निकले जिलाध्यक्षों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने तीन नवम्बर से शुरू हो रही अपनी रथयात्रा को लेकर बात की.
अखिलेश ने निर्देश दिया कि रथयात्रा के साथ ही विधानसभा चुनाव की तैयारियों में तेजी से जुटें. एक जिलाध्यक्ष ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि तीन नवम्बर से शुरू हो रही रथयात्रा और 5 नवम्बर के सम्मेलन दोनों के कार्यक्रम में तालमेल बिठाया जाएगा.
इससे पहले शुक्रवार को सपा प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने पार्टी मुख्यालय में जिलाध्यक्षों और महासचिवों की बैठक बुलायी. मुख्यमंत्री अखिलेश इस बैठक में शामिल नहीं हुए, हालांकि शिवपाल ने खुद मुख्यमंत्री के आवास पर जाकर सीएम को बैठक में आने का आमंत्रण दिया था. इससे पहले समाजवादी पार्टी के सीएम कैंडीडेट पर बोलते हुए पार्टी प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने कहा था कि अगर 2017 में पार्टी यूपी विधान सभा चुनाव जीतती है, तो मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ही होंगे.