लखनऊ. बीएसपी के संस्थापक मान्यवर कांशीराम की 10 वीं पुण्यतिथि के मौके पर आयोजित रैली में पार्टी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक प्रधानमंत्री मोदी की सियासी चाल है.
मायावती ने कहा कि यह कार्रवाई पठानकोट हमले के बाद ही हो जानी चाहिए थी लेकिन पांच राज्यों में होने वाले चुनाव से पहले केंद्र सरकार के इस कदम से साफ जाहिर होता है कि बीजेपी इस का राजनीतिक फायदा उठाना चाहती है.
जुमलों की सरकार
मायावती ने कहा कि पीएम मोदी ने 2014 में चुनावों से पहले देश की जनता से जो भी वादे किए थे. उनमें से एक को भी उन्होंने पूरा नहीं किया है.
उन्होंने कहा कि केंद्र में बीजेपी की सरकार बनने के बाद से बीजेपी शासित राज्यों में दलितों का उत्पीड़न पहले से और ज्यादा बढ़ गया है.
वादे बन गए जुमले
देश में लोकसभा के चुनावों में मोदी और बीजेपी द्वारा किए गए वादे जुमले और हवा हवाई वादे बनकर रह गए. गोरक्षा के नाम पर दलितों पर अत्याचार हो रहे हैं
मायावती ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी न तो 100 दिन में काला धन वापस ला सके और न ही सस्ते अनाज और 24 घंटे बिजली देने का अपना वादा पूरा कर सके.
यूपी में गुंडों का राज
रैली के दौरान राज्य की समाजवादी पार्टी की सरकार पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा कि सूबे में सपा के राज में गुंडागर्दी बढ़ी है.
प्रदेश में कानून-व्यवस्था का बुरा हाल है. गुड़ों-बदमाशों के हौसले चरम पर हैं. उन्होंने मुजफ्फरनगर और दादरी की घटना का उदाहरण देते हुए कहा कि बीजेपी और सपा मिलकर यूपी में सांप्रदायिक राजनीति का खेल खेल रहे हैं.
यूपी में बनेगी पूर्ण बहुमत वाली बसपा की सरकार
रैली को संबोधित करते हुए बसपा सुप्रीमो ने कहा कि प्रदेश की जनता समाजवादी पार्टी के शासन से परेशान हो चुकी है. सपा के शासन में महिलाएं सुरक्षित नहीं है. इसलिए जनता बदलाव चाहती है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता को पूर्ववर्ती बसपा का शासनकाल याद है, जिसमें क्राइम रेट निम्न स्तर पर था. इसलिए एक बार फिर से बसपा को बहुमत के साथ सूबे की कमान सौंपने जा रही है.