लखनऊ. सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के घर में मची कलह शांत होने का नाम नहीं ले रही है. शिवपाल सिंह यादव ने प्रदेश अध्यक्ष बनने के साथ ही मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कई करीबी नेताओं को बाहर का रास्ता दिखा दिया. इसे लेकर रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव ने शिवपाल को आड़े हाथों लेते हुए उनपर एकतरफा फैसले लेने का आरोप लगाया है.
अक्षय ने कहा, ‘शिवपाल दोबारा प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के बाद खुद ही सारे फैसले ले रहे हैं और एकतरफा कार्रवाई कर रहे हैं. शिवपाल के फैसले का खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ेगा. जब तक अखिलेश को दोबारा अध्यक्ष नहीं बनाया जाता तब तक 2017 का चुनाव जीतना मुश्किल है.’
अक्षय ने कहा कि प्रोफेसर रामगोपाल के लिए जो लोग मुर्दा बाद के नारे लगा रहे थे उनपर भी कार्रवाई होनी चाहिए लेकिन शिवपाल जी कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं. नेता जी को शिवपाल जी के बारे में सबकुछ पता है वे जल्द ही कोई कार्रवाई करेंगे.
बता दें कि दोबारा प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद शिवपाल ने सात नेताओं को बाहर किया है, जिनमें सुनील सिंह यादव (एमएलसी), अनांद भदौरिया (एमएलसी), संजय लाथर (एमएलसी), मोहम्मद ऐबाद (यूथ ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष), ब्रिजेश यादव (राज्य अध्यक्ष, समजावादी यवुजन सभा), गौरव दूबे (समाजवादी युवा सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष) और दिग्विजय (छत्र सभा के राज्य अध्यक्ष) शामिल हैं.
इससे पहले शिवपाल ने रविवार को रामगोपाल यादव के भांजे अरविंद प्रताप यादव को भी पार्टी से निकाल दिया था. अरविंद को पार्टी से निकालने की वजह अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने को बताया गया है.