नई दिल्ली. दिल्ली में चिकनगुनिया के कहर पर इंडिया न्यूज़ पर ‘टुनाइट विद दीपक चौरसिया’ में जब अरविंद केजरीवाल सरकार के मंत्रियों के वो मोबाइल नंबर दिखाए गए जो दिल्ली सरकार की साइट पर पहले से ही सार्वजनिक हैं तो जवाब में गैरजिम्मेदाराना तरीके से मंत्री कपिल मिश्रा ने दीपक चौरसिया का पर्सनल मोबाइल नंबर ट्वीट कर दिया.
इसके बाद से ही इंडिया न्यूज़ के एडिटर-इन-चीफ दीपक चौरसिया के मोबाइल फोन पर लगातार देश-विदेश से फोन आ रहे हैं. उनके मोबाइल पर भद्दे-भद्दे मैसेज भेजे जा रहे हैं. और ये सब इसलिए हो रहा है क्योंकि केजरीवाल सरकार के मंत्री कपिल मिश्रा ने दीपक चौरसिया का पर्सनल मोबाइल नंबर ट्वीटर पर डाल दिया है जिसे उनके समर्थक रीट्वीट कर रहे हैं.
दरअसल आज टुनाइट विद दीपक चौरसिया में दिल्ली में चिकनगुनिया के कहर पर बड़ी बहस हुई. इंडिया न्यूज़ पर इस बहस में आम आदमी पार्टी या दिल्ली सरकार का कोई नुमाइंदा आने के लिए तैयार नहीं हुआ.
चूंकि बहस में शामिल कांग्रेस, बीजेपी और स्वराज अभियान के नेता सीधे दिल्ली सरकार और आम आदमी पार्टी को कठघरे में खड़ा कर रहे थे, इसलिए इंडिया न्यूज़ ने आम आदमी पार्टी के प्रवक्ताओं और दिल्ली सरकार के मंत्रियों से फोन पर उनका पक्ष जानने की कोशिश की.
इसी सिलसिले में इंडिया न्यूज़ ने दिल्ली के पर्यटन और जल संसाधन मंत्री कपिल मिश्रा का मोबाइल फोन भी मिलाया. कपिल मिश्रा का वही नंबर डायल किया गया, जो दिल्ली सरकार की वेबसाइट पर दर्ज है.
चूंकि ये नंबर सरकार ने ही सार्वजनिक कर रखा है और दिल्ली सरकार के मंत्री का है, इसलिए हमने ये फैसला किया कि नंबर भी उजागर किया जाए, ताकि जनता को मालूम हो सके कि हम वास्तव में कपिल मिश्रा से बात करने की कोशिश कर रहे हैं.
इंडिया न्यूज़ ने दिल्ली सरकार के जिन मंत्रियों और आम आदमी पार्टी के नेताओं का फोन मिलाया, उन सबके नंबर भी इसीलिए उजागर किए, क्योंकि हम चाहते थे कि जनता को पूरा सच पता चले और आम आदमी पार्टी को भी ये आरोप लगाने का मौका ना मिले कि इंडिया न्यूज़ ने उनसे संपर्क साधने की कोशिश नहीं की.
चिकनगुनिया और डेंगू के कहर के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल और एमसीडी को जिम्मेदार बताने वाले केजरीवाल के मंत्री कपिल मिश्रा ने इंडिया न्यूज़ को फोन पर जवाब नहीं दिया. बाद में उन्होंने इंडिया न्यूज़ के एडिटर-इन-चीफ दीपक चौरसिया के निजी फोन नंबर को अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया और अपने फॉलोअर्स से अपील की कि इस नंबर को ज्यादा से ज्यादा री-ट्विट करें.
दीपक चौरसिया का फोन नंबर सार्वजनिक करने के लिए कपिल मिश्रा ने दलील दी कि दीपक चौरसिया ने उनका पर्सनल नंबर अपने चैनल पर दिखाया तो इसके जवाब में वो दीपक चौरसिया के दोनों फोन नंबर शेयर करेंगे.
कपिल मिश्रा ने इस मामले में सरासर झूठ बोला है. वो जिस मोबाइल नंबर 98180 66041 को अपना पर्सनल नंबर बता रहे हैं, वो नंबर दिल्ली सरकार की वेबसाइट पर दर्ज़ है. लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा की वेबसाइट पर सारे सांसद और विधायकों के नंबर और घर का पता तक दर्ज होता है.
ये रही दिल्ली सरकार की वेबसाइट की वो तस्वीर जिसमें कपिल मिश्रा समेत दूसरे नेताओं के मोबाइल नंबर दर्ज है
अब जिस नंबर को दिल्ली सरकार ने ही आम जनता के लिए सार्वजनिक कर रखा है, वो भला कपिल मिश्रा का पर्सनल नंबर कैसे हो सकता है? वैसे भी एक नेता, विधायक और सरकार के मंत्री का नंबर अगर जनता की जानकारी में हो तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है. और अगर नेता आम आदमी पार्टी का हो, जो खुद को चौबीसों घंटे जनता की सेवा में समर्पित बताता हो, तो फिर वो भला अपना नंबर सार्वजनिक होने पर तिलमिला क्यों गया.
इंडिया न्यूज़ के एडिटर इन चीफ दीपक चौरसिया का फोन नंबर सार्वजनिक करके कपिल मिश्रा ने यही साबित किया है कि आम आदमी पार्टी में जवाबदेही नाम की कोई चीज नहीं है. जो कोई भी आम आदमी पार्टी के नेताओं से सवाल पूछता है, उसे आम आदमी पार्टी के नेताओं का निशाना बनना पड़ता है. चाहे सवाल कोई पत्रकार पूछे या आम आदमी पार्टी का ही अपना कोई बड़ा नेता या विधायक.
वरिष्ठ पत्रकार शेखर गुप्ता इसकी ताज़ा मिसाल हैं. इंडिया न्यूज़ की तरह शेखर गुप्ता ने भी दिल्ली में चिकनगुनिया से मौत और आम आदमी पार्टी के नेताओं के पंजाब, गोवा और गुजरात में व्यस्त रहने पर सवाल उठाया था, जिसके जवाब में केजरीवाल ने उन्हें ट्विटर पर अपशब्दों से नवाज़ा.