नई दिल्ली. 15 अगस्त के दिन केजरीवाल सरकार द्वारा न्यूनतम मजदूरी में की गयी डेढ़ गुनी वृद्धि के विरोध में दिल्ली के व्यापारियों ने मोर्चा खोल दिया है. व्यापारियों ने इस फैसले को जल्दबाजी में लिए हुए फैसले का परिणाम बताया है. इतना ही नहीं व्यापारियों का कहना है कि दिल्ली सरकार पंजाब चुनाव के चक्कर में दिल्ली को बर्बाद करने पर तुली है.
व्यापारियों की यूनियन में से सबसे पुरानी एसोसिएशन ‘पुरानी देहली हिंदुस्तानी मर्केंटाईल एसोसिएशन’ के अध्यक्ष सुरेश बिंदल ने बढ़ाई हुई न्यूनतम मजदूरी का विरोध करते हुए कहा है कि अरविंद केजरीवाल ने यह कदम व्यापारियों के हितों को ध्यान में रख कर नहीं उठाया है. उन्होंने इसे जल्दबाजी में लिए गए फैसले का परिणाम बताया है.
बिंदल ने इस बारे में आगे कहा कि केजरीवाल सरकार पंजाब चुनावों की वजह से दिल्ली को बर्बाद करने पर तुली है. व्यापारियों का कहना है कि दिल्ली और पंजाब के व्यापार में बहुत फर्क है और दिल्ली की न्यूनतम मजदूरी पहले ही पड़ोसी राज्यों के मुकाबले काफी ज्यादा है.
दिल्ली गुड्स ट्रांसपोर्ट आॅर्गनाइजेशन के अध्यक्ष राजेंद्र कपूर ने इस बारे में कहा कि दिल्ली सरकार को लगता है कि मजदूर गरीबी में पिस रहा है लेकिन सच यह भी है कि कारखाने और फैक्टिरयां चलाना ही हमारे लिए मुश्किल हो गया है.